विशेषज्ञों का कहना है कि वास्तुशास्त्र के नियमों के अनुसार ही घर में चीजों को रखना चाहिए। अगर वास्तुशास्त्र के नियमों का पालन नहीं किया जाता है तो घर में कई तरह की मुसीबतें आ सकती हैं। जैसे की घर के सदस्यों का वापस में झगड़ा करना, घर में आर्थिक नुकसान होना आदि। जानकारों का मानना है कि वास्तुशास्त्र की हर बात महत्व रखती है। अगर सभी बातों को माना जाए तो परिवार के लोगों का जीवन खुशहाल होता है। वहीं अगर वास्तुशास्त्र का पूरी तरह से पालन नहीं किया जाता है तो घर में खुशहाली नहीं रहती। कई बार घर के सदस्यों के बीच क्लेश और झगड़े बढ़ने लगते हैं। आज हम आपके लिए लाए हैं वास्तुशास्त्र के खास नियम जिन्हें अपनाकर आप आर्थिक समस्या से बच सकते हैं।
वास्तुशास्त्रों के जानकारों का कहना है कि अगर आपके घर में आर्थिक परेशानी चली रही है तो आपको घर की उत्तर-पूर्व दिशा को हमेशा साफ-सुधरा रखना चाहिए। उत्तर-पूर्व दिशा को देवताओं के आगमन की दिशा माना जाता है। इसी दिशा से परिवार में खुशियों और धन की बारिश होती है। कहा जाता है कि इस दिशा में कभी भी कोई भारी सामान नहीं रखना चाहिए।
घर की उत्तर- पश्चिम दिशा- घर की इस दिशा को भी धन का महत्वपूर्ण स्त्रोत माना गया है। जानकारों का कहना है कि इस दिशा में हमेशा रोशनी मौजूद होनी चाहिए। कभी भी इस दिशा में गंदगी नहीं होनी चाहिए। घर की इस दिशा में रोज सफाई करने को शुभ माना जाता है।
दक्षिण दिशा- दक्षिण दिशा को यम का द्वार माना गया है। हो सके तो इस दिशा को हमेशा बंद रखना चाहिए। कभी भी घर का प्रवेश द्वारा दक्षिण दिशा में नहीं होना चाहिए। इस दिशा में कभी भी धन नहीं रखना चाहिए। इस दिशा को धन का नुकसान करने वाली दिशा कहा जाता है। कुछ जानकारों का तो कहना है कि यह दिशा घर में रहने वाले सदस्यों की उम्र कम करती है।
घर की दक्षिण-पूर्वी दिशा- कहा जाता है कि घर के मुखिया का कमरा इस दिशा में कभी नहीं होना चाहिए। अगर घर के मुखिया का कमरा इस दिशा में है तो उसका जीवन कभी सुखी नहीं रहता। हमेशा परेशानियों से भरा रहता है। साथ ही घर का रसोईघर कभी उत्तर-पूर्वी दिशा में नहीं होना चाहिए।