जम्मू कश्मीर के बारामूला में प्रशिक्षण केंद्र में रविवार को नए पुलिस कांस्टेबलों की परेड का आयोजन किया गया। इस परेड को देखने के लिए राज्य की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती भी बारामूला पहुंचीं। यहां उन्होंने सभी नए कांस्टेबलों और कार्यक्रम में मौजूद सभी लोगों को संबोधित भी किया। इस मौके पर उन्होंने जम्मू-कश्मीर में हो रही आतंकी घटनाओं पर चिंता जाहिर की। महबूबा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तान से अपील करते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर को जंग का अखाड़ा ना बनाया जाए बल्कि दोस्ती का पुल बनाया जाए।
उन्होंने कहा, ‘जम्मू-कश्मीर की पुलिस का काम सबसे ज्यादा कठिन है, क्योंकि आप लोगों के सामने कई बड़ी चुनौतियां हैं। आपको कानून व्यवस्था को बरकरार रखने के लिए अपने ही लोगों का सामना करना पड़ता है। आपको लोगों के साथ डील करते वक्त धीरज से काम लेना होता है। हमारी बॉर्डर पर इस वक्त खुदा ना खास्ता एक तरह से खून की होली चल रही है। देश विकास के रास्ते पर है, पीएम हमेशा विकास के बारे में बात करते हैं, लेकिन हमारे राज्य में इसके विपरीत ही हो रहा है। मैं पीएम और पाकिस्तान से अपील करती हूं कि इस राज्य को जंग का अखाड़ा मत बनाइए, दोस्ती का पुल बनाइए।’
आपको बता दें कि जम्मू कश्मीर में सीमा से सटे क्षेत्रों में आतंकी घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। पाकिस्तान द्वारा सीजफायर उल्लंघन करने की घटनाएं भी काफी बढ़ गई हैं। शनिवार (20 जनवरी) को ही पाकिस्तान ने सीजफायर का उल्लंघन करते हुए गोलीबारी की, जिसमें तीन आम नागरिकों की मौत हो गई और एक भारतीय सेना का जवान शहीद हो गया। जनवरी का महीना खत्म भी नहीं हुआ है और पाकिस्तान की ओर की गई फायरिंग में अभी तक 10 मौतें हो चुकी हैं। एलओसी पर खतरा बढ़ता देख राज्य पुलिस ने रेड अलर्ट घोषित कर दिया है। वहीं बॉर्डर पर रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थान पर जाने को भी कहा गया है। वहीं सरकार ने बॉर्डर के पास पांच किलोमीटर के दायरे में मौजूद करीब 500 स्कूलों को भी बंद करवा दिया है।