लखनऊ: अलीगंज इलाके के पुरनिया चौराहे पर स्थित यूनाइटेड बैंक के बाथरूम में एक फोर्थ क्लास इम्प्लॉई ने फांसी लगा ली। बैंक कर्मचारियों ने पुलिस को सूचना देने के बाद बाथरूम के दरवाजे तोड़ कर शव को नीचे उतारा। सूचना पाकर पहुंची पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट नही मिला है।पुलिस ने फोरेंसिक टीम को भी बुलाकर जाँच कराई गयी है।पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
ये है पूरा मामला…
– लीला टाकीज हजरतगंज निवासी बलराम कुमार (45) के परिवार में पत्नी रज्जो और 2 बेटे हैं। बड़ा लड़का साहिल (19) बीबीडी कॉलेज में बीसीए की पढ़ाई कर रहा है। छोटा बेटा सिद्धार्थ (15) हाईस्कूल का छात्र है।
– रज्जो ने बताया, ”पति का दिमागी संतुलन ठीक नहीं था। नूर मंजिल में एक साल से उसका इलाज चल रहा है, साथ ही वह टीबी रोग से भी ग्रसित था। उसका भी इलाज चल रहा था।”
– पुलिस का कहना है कि मृतक ने बीमारी से परेशान होने के कारण मौत को गले लगा लिया। इसके अलावा उसकी आर्थिक हालत बहुत खराब चल रही थी। बैंक के डीजीएम-नीरज शर्मा द्वारा मृतक के परिजनों को अंतिम संस्कार के लिए 20 हजार रुपए नगद दिया गया है।
क्या बोले बैंक अधिकारी
– बैंक मैनेजर शशि कुमार श्रीवास्तव ने कहा, ”दोपहर का लंच कराने बाद वह दिखाई नहीं पड़ा। जरूरत पड़ने पर करीब 3 बजे घंटी बजाकर बुलाया गया लेकिन वह नहीं आया।”
– ”इस पर कर्मचारी बैंक की बिल्डिंग में ऊपर से नीचे तक देखे, मगर वो नहीं मिला। उसके बाद जब बाथरूम चेंक किया गया तो वह अंदर से बंद था। दरवाजा खटखटाने पर जब नहीं खुला। रोशनदान से झांक देखा गया, तो पता कि बलराम ने फांसी लगा ली है।”
पुलिस ने क्या कहा
– इंस्पेक्टर अलीगंज बृजेश कुमार ने कहा, ”मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। मृतक के परिजनों ने किसी पर आरोप नहीं लगाए हैं। बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पीएम रिपोर्ट आने पर आने आगे की कार्रवाई की जाएगी।”