एंड्रॉयड स्मार्टफोन का इस्तेमाल लोग ज्यादा कर रहे हैं। जाहिर है इसका इस्तेमाल ज्यादा हो रहा है तो इसमें कुछ दिक्कतें भी आ रही होंगी। सबसे बड़ी दिक्कत वायरस की है। अगर फोन में वायरस आ जाता है तो फोन में अपने आप कई दिक्कतें आने लगती हैं। चलिए आज हम आपको बताते हैं कि कैसे आप पता कर सकते हैं कि आपके फोन में वायरस है या नहीं है।
फोन गर्म होना: फोन पर इंटरनेट चलाने और वीडियो देखने पर फोन गर्म होते हैं, लेकिन वायरस आने पर स्मार्टफोन रखे-रखे या वॉयस कॉल पर भी गर्म होने लगता है।
डेटा डिलीट और फाइल करप्ट होना: वायरस आने पर स्मार्टफोन का डेटा अपने आप ही डिलीट होने लगता है। फाइल करप्ट होने लगती हैं। फोटो और वीडियो जो पहले खुलते थे अचानक से खाली हो जाते हैं या फाइल फॉर्मेट बदल जाने की वजह से खुलते नहीं हैं।
फोन स्लो होना: एंड्रॉयड स्मार्टफोन में वायरस आने के बाद फोन स्लो हो जाता है। फोन की मैमोरी फुल होने पर आमतौर पर कैमरा और ब्राउजिंग स्लो हो जाती है, लेकिन वायरस आने पर साधारण कॉल, मैसेजिंग और टाइपिंग के दौरान भी फोन की स्पीड कम हो जाती है।
बैटरी वीक होना: एंड्रॉयड स्मार्टफोन में वायरस आने का यह भी एक अहम संकेत है। फोन में बैटरी बहुत जल्दी खत्म होने लगती है। फोन की बैटरी पुरानी है और जल्दी वीक हो रही है, तो यह साधारण बैटरी की समस्या है, लेकिन यह दिक्कत अचानक हुई है तो आपके फोन में वायरस है।
डेटा जल्दी खत्म होना: एंड्रॉयड फोन में ज्यादातर वायरस इंटरनेट से ही आते हैं और वायरस अटैक की स्थिति में डेटा जल्दी खत्म होने लगता है। अगर आपका डेटा प्लान पहले एक महीने आराम से चलता था तो वायरस आने की स्थिति में यह 10-15 दिन या इससे भी कम समय में खत्म हो जाएगा।
ज्यादा पॉपअप ऐड: आपके फोन में वायरस है तो इंटरनेट ब्राउजिंग या किसी ऐप का इस्तेमाल करते वक्त पॉपअप ऐड आएंगे। किसी भी शब्द पर लिंक बन जाएगा या खुद से खुल कर सामने आ जाएंगे।
ज्यादा बिल आना: फोन में वायरस आने का असर आपके बिल में भी दिख सकता है। वायरस फोन में कोई सर्विस एक्टिव कर देता है या इसकी वजह से बैकग्राउंड में कुछ डाउनलोड होता रहता है। यदि आप प्रीपेड यूजर हैं तो बैलेंस खत्म हो जाएगा और पोस्टपेड उपभोक्ता का बिल ज्यादा आ सकता है।