Sunday, December 15, 2024
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पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया को हुई पांच साल कैद की सजा, जानिए रिपोर्ट…

SI News Today

बांग्लादेश: बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री और विपक्षी BNP की प्रमुख खालिदा जिया को गुरुवार को भ्रष्टाचार के एक मामले में 5 साल कैद की सजा सुनाई गई. ढाका की विशेष अदालत- 5 ने 72 वर्षीय जिया को 2.1 करोड़ टका (252,000 डॉलर) के विदेशी चंदे के गबन के मामले में यह सजा सुनाई. यह राशि जिया ओरफनेज ट्रस्ट के लिए थी.

फैसला सुनाने से पहले सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई थी
दोषियों के खिलाफ फैसला सुनाने से पहले देश में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई थी. ढाका की सड़कों पर रैपिड एक्शन बटालियन (आरएबी) और सशस्त्र पुलिस बल की तैनाती कर दी गई। प्रधानमंत्री शेख हसीना की सत्ताधारी अवामी लीग ने कहा कि बीएनपी ने फैसले को लेकर कोई अशांति उत्पन्न करने का प्रयास किया तो उनके कार्यकर्ता पुलिस की सहायता करने के लिए तैयार रहेंगे. मीडिया की खबरों के अनुसार पुलिस ने पिछले कुछ दिनों से बीएनपी के कुछ वरिष्ठ नेताओं सहित 1000 से अधिक कार्यकर्ताओं को इस संदेह में गिरफ्तार किया है कि वे हिंसा उत्पन्न कर सकते हैं.

कैसे लगे खालिदा जिया पर आरोप ?
भ्रष्टाचार निरोधक आयोग (एसीसी) ने उन पर भ्रष्टाचार के दो आरोप लगाये थे एसीसी का आरोप है कि यह ट्रस्ट, एक अन्य ट्रस्ट और जिया चैरिटेबल ट्रस्ट बस कागजों पर थे तथा जब जिया 2001-2006 की बीएनपी सरकार के दौरान प्रधानमंत्री थीं तब इन दोनों संगठनों के नाम पर बड़ी मात्रा में धन की हेराफेरी की गई थी. भ्रष्टाचार के मामले में सुनवाई से बचने की जिया की अंतिम कोशिश भी 30 नवंबर, 2014 को नाकाम हो गई थी जब सुप्रीम कोर्ट ने उनके अभ्यारोपण को चुनौती देने वाली अपील को स्वीकार नहीं किया था. और उनसे निचली अदालत में सुनवाई का सामना करने को कहा था उससे पहले 19 मार्च, 2014 को हाईकोर्ट ने निचली अदालत में उस सुनवाई को सही ठहराया था.

खालिदा जिया के खिलाफ देशद्रोह की शिकायत दाखिल की गई थी
बांग्लादेश की एक अदालत ने 2015 में सरकार विरोधी आंदोलन के दौरान एक बस पर किए गए बम हमले के सिलसिले में मंगलवार (2 जनवरी) को पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया की गिरफ्तारी का आदेश दिया था. हमले में आठ लोग मारे गए थे. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि कोमिला जिला अदालत की न्यायाधीश जैनब बेगम ने मामले में पुलिस द्वारा दायर आरोपपत्र को मंजूरी देते हुए गिरफ्तारी का वारंट जारी किया गया था.

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