जिम्बाब्वे की टीम पांच वनडे मैचों की सीरीज के अंतिम मुकाबले को अफगानिस्तान से 146 रनों से हार गई। जिम्बाब्वे की तरह ही जिम्बाब्वे क्रिकेट यूनियन (जेडसीयू) की हालत भी कुछ ठीक नहीं चल रही है। जिम्बाब्वे क्रिकेट यूनियन इस समय आर्थिक संकट से घिरी हुई है। जिम्बाब्वे की यह समस्या काफी पुरानी है, इस वजह से कई खिलाड़ियों ने क्रिकेट खेलना भी बंद कर दिया था। इस साल अगस्त में पाकिस्तान जिम्बाब्वे का दौरा करने वाली है, जिस वजह से जेडसीयू ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) से लोन के लिए संपर्क किया है।
इस मामले पर बात करते हुए एक वेबसाइट से पीसीबी अध्यक्ष नजम सेठी ने कहा, ”दौरा रद्द नहीं हुआ है, जेडसीयू इस समस्या का निवारण करने में जुटी है और उम्मीद है कि वह जल्द ही अच्छी खबर देगी। हम अप्रैल के अंत तक इस दौरे का कोई निष्कर्ष निकालेंगे’। सेठी ने कहा, ”जेडसीयू को पूरी उम्मीद है कि आईसीसी उनकी मुश्किलों को समझेगी और मदद के लिए आगे आएगी”।
सेठी ने कहा, ”अगर वह ऐसा करने में सफल नहीं रहे तो पीसीबी अपनी टीम के लिए कुछ और सोचेगी। वहीं पाकिस्तान में सीरीज कराने को लेकर सेठ ने कहा कि यह सौदा पीसीबी के लिए फायदे का नहीं होगा। पाकिस्तान घरेलू सरजमीं पर इस सीरीज की मेजबानी नहीं करेगा।
जिम्बाब्वे की टीम अफगानिस्तान के खिलाफ टी-20 ओर वनडे सीरीज में महज एक मैच जीतने में कामयाब रही है। पूरी सीरीज में जिम्बाब्वे की तरफ से क्रैग इरविन और ब्रेंडन टेलर ही लय में नजर आए।