भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी अपनी पत्नी के आरोपों की वजह से पिछले कुछ दिनों से चर्चाओं में बने हुए हैं। बीसीसीआई की ताजा कांट्रैक्ट लिस्ट में मोहम्मद शमी का नाम नहीं है और बीसीसीआई ने शमी से अपना करार खत्म कर लिया है। हालांकि, बीसीसीआई के इस फैसले की चारों तरफ आलोचनाए हो रही है, इस बीच सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त प्रशासनिक समिति के निदेशक विनोद राय ने इस विषय पर अपनी बात रखी है। राय ने कहा, ”पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ अलग होती है, लेकिन कई बार अगर समस्या अधिक बढ़ जाए तो वह एक-दूसरे को प्रभावित करने लगती है। शमी को लेकर चीजें स्पष्ट नहीं है और ऐसे में उन्हें कॉन्ट्रैक्ट में नहीं रखा जा सकता था”। बता दें कि शमी पर जिस तरह के आरोप लगाए गए हैं, अगर वह सही साबित होते हैं तो उन्हें जेल भी जाना पड़ सकता है और ऐसे में उनका क्रिकेट करियर हमेशा के लिए खत्म हो सकता है।
बीसीसीआई पहले भी साफ कर चुकी है कि जब तक इस मामले की पूरी तरह जांच नहीं हो जाती, तब तक वह कुछ नहीं कर सकती। वहीं आईपीएल की दिल्ली डेयडेविल्स की टीम भी पूरी तरह से बीसीसीआई के फैसले पर निर्भर है। दरअसल, आईपीएल में मोहम्मद शमी दिल्ली की टीम में शामिल हैं, लेकिन उन पर लगने वाले आरोपों की वजह से उनका इस टूर्नामेंट में खेलना भी मुश्किल नजर आ रहा है।
मोहम्मद शमी ने दक्षिण अफ्रीका दौरे पर टेस्ट सीरीज में शानदार प्रदर्शन किया था। इसके बाद इंग्लैंड दौरे के लिए टीम में उनकी जगह पक्की मानी जा रही थी, लेकिन अगर यह मसला जल्द हल नहीं हुआ तो शमी उस दौरे से भी बाहर हो सकते हैं।
वहीं रिर्पोटों की मानें तो भारतीय टीम के कोच रवि शास्त्री और कप्तान विराट कोहली को शमी के नए फीस स्ट्रेक्चर में शामिल नहीं करने की जानकारी पहले से थी। बता दें कि रविवार को एक बार फिर हसीन जहां ने मोहम्मद शमी पर आरोप लगाया है। वहीं मोहम्मद शमी इस मामले पर अभी तक खुलकर कुछ बी बताने से बचने की कोशिश कर रहे हैं।