बालों का पतला होना या झड़ना तमाम महिलाओं के लिए एक बड़ी समस्या है। आजकल की जीवनशैली की वजह से यह हर उम्र की महिलाओं के लिए एक गंभीर दिक्कत के रूप में सामने आ रही है। डॉक्टर्स का कहना है कि ज्यादातर मामलों में बालों का झड़ना कुछ दिनों में अपने आप ठीक हो जाता है लेकिन अगर 6-9 महीने के बाद भी आपके बाल लगातार झड़ रहे हैं तो आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करने की जरूरत है। बाल झड़ने के कई तरह के कारण हो सकते हैं। आज हम आपको इसके कुछ महत्वपूर्ण कारणों के बारे में बताने वाले हैं।
प्रदूषण – बालों के झड़ने का सबसे महत्वपूर्ण कारण प्रदूषण है। हवा में मौजूद सूक्ष्म कण, धुआं, धूल, निकल, लेड, आर्सेनिक, सल्फर डाई ऑक्साइड, नाइट्रोजन डाई ऑक्साइड, अमोनिया और पॉलीसाइक्लिक एरोमैटिक हाइड्रोकार्बन्स आदि तत्व बालों सहित आपके स्कैल्प्स को भी काफी नुकसान पहुंचाते हैं।
खराब खान-पान – आधुनिक जीवनशैली में ज्यादातर महिलाएं बेहतर लुक के लिए डाइटिंग पर जोर देती हैं। ऐसे में कम खाने की वजह से शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो जाती है। इससे भी हेयर लॉस की समस्या सामने आती है। शरीर में पर्याप्त पोषक तत्व नहीं होने की वजह से बालों को पोषण नहीं मिल पाता और वह टूटने लगते हैं।
अपर्याप्त नींद – पर्याप्त मात्रा में नींद न लेने से बाल पतले होकर टूटने लगते हैं। ऐसे में रात में कम से कम 7-8 घंटे की नींद लेना बहुत जरूरी है।
प्रोटीन की कमी की वजह से – नई केश-कोशिकाओं के निर्माण के लिए प्रोटीन की बेहद जरूरत होती है। शरीर में प्रोटीन की कमी की वजह से नए बाल नहीं आते। ऐसे में अपनी डाइट में पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन को शामिल करें।
प्रेग्नेंसी – गर्भावस्था के दौरान महिलाओं में एस्ट्रोजन हार्मोन के स्राव की वजह से बाल तेजी से बढ़ते देखे गए हैं, लेकिन जैसे ही एस्ट्रोजन हार्मोन का स्तर कम होता है बालों का टूटना शुरू हो जाता है।
तनाव – इमोशनल या फिर फिजिकल स्ट्रेस की वजह से भी बाल झड़ने के कारक होते हैं।