बिहार के अररिया में तथाकथित एक वायरल वीडियो में भारत विरोधी नारे लगाने के आरोप में आदिब रजा नाम के एक शख्स ने आज (21 मार्च को) कोर्ट में सरेंडर कर दिया। इससे पहले पुलिस ने शुक्रवार (16 मार्च) को सुल्तान आजमी और शहजाद नाम के शख्स को गिरफ्तार किया था। आरोप है कि इन्हीं लोगों ने देश विरोधी नारे लगाए थे। बता दें कि अररिया उप चुनाव के नतीजे आने के बाद एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था जिसमें कुछ युवा भारत विरोधी और पाकिस्तान के समर्थन में नारेबाजी करते दिखे थे। इस वीडियो के वायरल होते ही स्थानीय लोगों ने इसके विरोध में प्रदर्शन किया था। इलाके में तनाव को देखते हुए पुलिस ने मामले में तुंरत अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। इसके तुरंत बाद उसी दिन (गुरुवार) को पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया था। ये दोनों अररिया के ही रहने वाले हैं।
इससे पहले बुधवार (14 मार्च) को अररिया उप चुनाव में राजद उम्मीदवार सरफराज आलम की जीत के बाद केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा था कि अब अररिया आतंकियों का गढ़ बन जाएगा। चुनाव के दौरान बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय ने भी कहा था कि अगर यहां से सरफराज आलम जीतेगा तो अररिया आतंकियों का गढ़ बनेगा और अगर बीजेपी के प्रदीप सिंह जीतेंगे तो राष्ट्रवाद का केंद्र बनेगा। बीजेपी नेताओं को जवाब देते हुए राजद की नेता और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने कहा था कि पूरे देश के आतंकी बीजेपी के दफ्तर में बैठे हैं।
देशभर में और मीडिया में इस वायरल वीडियो पर बवाल बढ़ने के बाद कुछ मीडिया संस्थानों ने इसकी सत्यता की जांच करने की कोशिश की तो पता चला कि वीडियो के ऑडियो से छेड़छाड़ की गई है। कई जगह वीडियो में जीरो ऑडिएन्स है। इसके अलावा कई जगह वीडियो में सिंक नहीं है। अब पुलिस वीडियो की सच्चाई का पता लगा रही है। साथ ही यह भी पता करने की कोशिश कर रही है कि इन हरकतों के पीछे किसका हाथ हो सकता है और उसके पीछे क्या मंशा हो सकती है?