थाना जारचा इलाके में सोमवार को एक बेटे ने अपनी मां पर सरिया से हमला कर उसकी हत्या कर दी। मां के बाद आरोपी ने अपने दो छोटे भाइयों पर हमला कर उन्हें भी अधमरा कर दिया। वारदात के बाद आरोपी अपनी पत्नी और बेटे के साथ फरार हो गया, लेकिन बाद में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के मुताबिक 35 लाख रुपए के बंटवारे को लेकर तीनों भाइयों में विवाद चल रहा था। ग्रेटर नोएडा के रसूलपुर गांव में जगदीश अपने परिवार के साथ रहते हैं। वे दिल्ली के बिजली विभाग से सेवानिवृत्त हुए हैं। उनके तीन बेटे अजीत, रतेंद्र और पुष्पेंद्र हैं। अजीत और रतेंद्र शादीशुदा हैं। पुष्पेंद्र की अभी शादी नहीं हुई है।
एमबीए करने के बाद अजीत नोएडा के एक बैंक में नौकरी करता है। जबकि रतेंद्र और पुष्पेंद्र, दोनों निजी कंपनी में काम करते हैं। जगदीश की शादीशुदा बेटी की कुछ साल पहले हत्या कर दी थी। इस मामले के समझौते के एवज में उन्हें 2 लाख रुपए मिले थे। सेवानिवृत्त होने पर भी जगदीश को 15 लाख रुपए मिले थे। घर में बड़ा होने की वजह से अजीत ही रुपए का लेन-देन करता था। बताया गया है कि उसने लाखों रुपए खर्च कर दिए थे। छोटे भाइयों के विरोध पर जगदीश की पत्नी शकुंतला (62) ने बची रकम को अपने कब्जे में ले लिया था।
दो महीने पहले तीनों भाई अलग हो गए थे। इसके बाद दोनों छोटे भाइयों ने अजीत से खर्च हुए रुपए का हिसाब मांगा। सोमवार सुबह तड़के 4 बजे अजीत ने कमरे में सो रही मां शकुंतला के सिर पर सरिया से हमला कर दिया। सिर में गंभीर चोट आने से वह बेसुध हो गई। पास ही सो रहे छोटे भाई पुष्पेंद्र पर भी अजीत ने हमला किया। उसे मरा हुए समझकर आरोपी ने रतेंद्र को आवाज देकर बुलाया और उसके बाहर आते ही हमला कर दिया। चीख-पुकार सुनकर पड़ोसी मौके पर पहुंचे। लोगों को आता देख आरोपी मौके से फरार हो गया। ग्रामीणों ने तीनों को अस्पताल में भर्ती कराया। जहां शकुंतला की मौत हो गई। जबकि रतेंद्र और पुष्पेंद्र की हालत गंभीर बनी हुई है। जारचा थाने में रतेंद्र की पत्नी मंजू ने मामला दर्ज कराया है।