साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार ने 5 हिन्दू संतों को मंत्रिमंडल में जगह दी है। सभी को राज्य मंत्री का दर्जा दिया गया है। शिवराज ने कंप्यूटर बाबा, भैय्यूजी महाराज, नर्मदानंदजी, हरिहरानंदजी और पंडित योगेन्द्र महंत को राज्य मंत्री बनाया है। इन सभी को नर्मदा संरक्षण समिति का सदस्य भी बनाया गया है। इन सभी में सबसे रोचक प्रोफाइल है स्वामी नामदेव त्यागी उर्फ कंप्यूटर बाबा का। कंप्यूटर बाबा इससे पहले शिवराज सरकार के खिलाफ ‘नर्मदा घोटाला यात्रा’ निकालने का ऐलान कर चुके थे, हालांकि बाद में उन्होंने बिना कोई कारण बताए इसे स्थगित कर दिया।
स्वामी नामदेव कंप्यूटर जितना तेज दिमाग और शानदार याद्दाश्त होने का दावा करते हैं। इस आधुनिक बाबा को लैपटॉप से बेहद प्रेम हैं। बाबा के पास वाई-फाई डोंगल, मोबाइल फोन्स जैसे सभी लेटेस्ट गैजेट्स मौजूद रहते हैं। कंप्यूटर बाबा का जुड़ाव दिगंबर अखाड़ा से है। इंदौर के अहिल्या नगर में उनका भव्य आश्रम है। अमर उजाला की एक रिपोर्ट के अनुसार, बाबा का कहना है कि वह कंप्यूटर युग में हैं तो इससे दूर कैसे रह सकते हैं। बाबा के अनुसार, वह अपने लैपटॉप में कई जरूरी जानकारियां रखते हैं। साथ ही भक्तों से सोशल मीडिया के जरिए संपर्क भी बनाए रखते हैं।
कंप्यूटर बाबा को हेलिकॉप्टर भी बहुत पसंद हैं। 2013 में उन्होंने कुंभ मेला अधिकारियों से हेलिकॉप्टर के जरिए आकर नदी में स्नान करने की अनुमति मांग कर सबको हैरान कर दिया था। बाबा के अनुसार, अपने यज्ञ तथा अनुष्ठानों का न्योता देने वह हेलिकॉप्टर से ही जाते हैं। बाबा के अनुसार, ”कंप्यूटर, फेसबुक या हेलिकॉप्टर तो इस हाईटेक युग की जरूरते हैं।”
कंप्यूटर बाबा 2014 में आम आदमी पार्टी से टिकट चाहते थे, मगर उन्हें निराशा हाथ लगी। उस समय बाबा भाजपा और आरएसएस के धुर विरोधी थे। राज्य मंत्री बनाए जाने के बाद कंप्यूटर बाबा ने कहा, ”हम लोगों ने यात्रा निरस्त कर दी है क्योंकि प्रदेश सरकार ने नर्मदा के संरक्षण के लिए साधु-संतों की समिति बनाने की मांग पूरी कर दी। फिर भला हम यात्रा क्यों निकालेंगे। साधु समुदाय की ओर से हम सरकार को धन्यवाद देना चाहते हैं।”