राजद सुप्रीमो लालू यादव के बड़े बेटे और पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव अपनी शादी को लेकर सुर्खियों में हैं। हालांकि, ये मामला लालू परिवार का निजी है बावजूद इसके मीडिया में खूब चर्चा हो रही है। तेज प्रताप की शादी राजद के विधायक एवं पूर्व मंत्री चंद्रिका राय की बड़ी बेटी ऐश्वर्या राय के साथ तय हुई है। ऐश्वर्या के दादाजी दारोगा राय 16 फरवरी 1970 से 22 दिसंबर 1970 तक बिहार के मुख्यमंत्री थे। चंद्रिका राय लालू-राबड़ी सरकार में भी मंत्री रहे हैं। पिछली महागठबंधन सरकार में भी वो मंत्री थे।
फिलहाल सारण के परसा से वो राजद के विधायक हैं। चंद्रिका राय की पत्नी यानी तेज प्रताप की होने वाली सास पूर्णिमा राय पटना वूमेन्स कॉलेज में प्रोफेसर हैं और बिहार महिला उद्योग संघ की उपाध्यक्ष भी हैं। उनके तीन बच्चे हैं, जिसमें दो बेटियां और एक बेटा है। बड़ी बेटी ऐश्वर्या तो छोटी बेटी का नाम आयुषी है। ऐश्वर्या की स्कूली शिक्षा पटना में हुई, जबकि उच्च शिक्षा दिल्ली में हुई। उन्होंने दिल्ली से पोस्ट ग्रैजुएशन किया है।
ऐश्वर्या से शादी तय होने के बाद शुक्रवार को तेज प्रताप यादव दिल्ली के एम्स में भर्ती अपने पिता लालू प्रसाद से मिलने पहुंचे। मुलाकात करने के पिता के साथ तेज प्रताप यादव ने एक तस्वीर भी पोस्ट की। इस तस्वीर में साफ दिख रहा है कि बेटे से मिलकर लालू कितने भावुक हुए होंगे। तेज प्रताप यादव ने ये तस्वीर अपने ट्विटर हैंडल से शेयर करते हुए लिखा- ‘हम पर लाख मुसीबतें थोप दी जाएं, चाहे सारे षड्यंत्र हमारे खिलाफ ही खेल दिए जाएं, हमसे हमारी मुस्कान कोई नहीं छीन सकता। हम हर तूफान से खुशियों के पल ढूंढ ही लाएंगे। पापा से मिलने दिल्ली आया, तो उन्होंने आशीर्वाद की झड़ी लगा दी। हमारे समर्थकों का अडिग विश्वास हममें जान फूंकता है।’
हम पर लाख मुसीबतें थोप दी जाएँ, चाहे सारे षड्यंत्र हमारे खिलाफ ही खेल दिए जाएँ, हमसे हमारी मुस्कान कोई नहीं छीन सकता। हम हर तूफान से खुशियों के पल ढूंढ ही लाएँगे। पापा से मिलने दिल्ली आया, तो उन्होंने आशीर्वाद की झड़ी लगा दी। हमारे समर्थकों का अडिग विश्वास हममें जान फूँकता है।
बता दें कि तेज प्रताप यादव अपनी शादी को लेकर कई बार बयानबाजी कर चुके हैं। बीजेपी के वरिष्ठ नेता और मौजूद डिप्टी सीएम सुशील मोदी जब अपने बेटे की शादी कर रहे थे। तो उस समय मीडिया ने तेज प्रताप यादव से उनकी शादी के बारे में पूछा था। तब तेज प्रताप यादव ने कहा था कि बच्चों के लिए दुल्हन ढूंढ़ने की जिम्मेदारी घर के बड़े बुजुर्गों की होती है, इसलिए वह इस जिम्मेदारी को सुशील मोदी को सौंप रहे हैं।