प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार (10 अप्रैल) को बिहार में थे। यहां उन्होंने एक पूर्व आईएएस अधिकारी की तारीफ की थी। ‘सत्याग्रह से स्वच्छाग्रह’ कार्यक्रम में उन्होंने 20 हजार स्वच्छाग्रहियों को परमेश्वरण अय्यर से मिलाया। परमेश्वरन पूर्व आईएएस अधिकारी हैं। फिलहाल वह पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय के सचिव हैं। पीएम ने भाषण के दौरान सभी प्रोटोकॉल तोड़ते हुए मीडिया को उन्हीं की ओर फोकस करने के लिए कहा था। परम की तारीफ में पीएम ने कहा था, “यह हैं परमेश्वरन जी. अय्यर। यह मिसाल हैं। देश में स्वच्छता अभियान को इन्होंने आगे बढ़ाया है। आईएएस की नौकरी छोड़कर यह अमेरिका चले गए थे। लेकिन जब उन्हें लगा कि देश को उनकी जरूरत है तो वह वापस लौटे और स्वच्छता के क्षेत्र में काम कर के उन्होंने मिसाल पेश की।”
खुद साफ करते हैं शौचालयः पीएम ने परमेश्वरन को इसी के साथ शुक्रिया अदा किया। बतााया, “मुझे खुशी है कि हमारी सरकार बनने के बाद हमारे आह्वान पर वह (परम) अमेरिका की शानदार जिंदगी छोड़कर वतन लौटे। वह भी तब, जब हमारे सरकारी अधिकारियों का काम करने पर भी नाम नहीं होता।” मोदी के अनुसार, परम स्वच्छता अभियान के दौरान जगह-जगह खुद शौचालय भी साफ कर चुके हैं।
कौन हैं परमेश्वरण अय्यर?: परमेश्वरन अय्यर यूपी कैडर के पूर्व आईएएस अधिकारी हैं। वह 56 साल के हैं। सेवानिवृत्त होने से पहले उन्होंने उत्तर प्रदेश से 2009 में जल सुरज कार्यक्रम की शुरूआत की थी। परमेश्वरन इसके बाद वर्ल्ड बैंक में नौकरी करने अमेरिका चले गए थे। फिर साल 2016 में उन्हें मोदी सरकार में पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय का सचिव बनाया गया था।
बता दें कि पीएम मंगलवार को मोतिहारी के चंपारण में थे। उन्होंने यहां 12 हजार हॉर्सपावर के रेल इंजन का उद्घाटन किया। मोदी ने इस मौके पर कई अन्य योजनाओं का शुभारंभ भी किया। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने स्वच्छता अभियान को लेकर भाषण दिया था, जिसमें उन्होंने परमेश्वरन का जिक्र किया था।