चेन्नई: तमिलनाडु के महाबलीपुरम में गुरुवार को डिफेंस एक्सपो के दसवें संस्करण डिफेंस एक्सपो-2018 की शुरुआत हो गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस चार दिवसीय एक्सपो का औपचारिक उद्धघाटन किया. कार्यक्रम में पीएम मोदी के साथ रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एके पलानीस्वामी भी उपस्थित रहे. डिफेंस एक्सपो को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि कई कठिनाइयों के बावजूद भारत डिफेंस हब बनकर उभरा है. उन्होंने कहा कि भारत ने विश्व भर में सर्वाधिक संयुक्त राष्ट्र शांति सैनिकों को भेजा है. शांति के लिए हमारी प्रतिबद्धता उतनी ही मजबूत है, जितनी देश के लोगों और क्षेत्र की रक्षा के लिए है. आपको बता दें कि चेन्नई दौरे के दौरान भी पीएम ने विपक्ष के खिलाफ अपना उपवास जारी रखा.
इस वर्ष डिफेंस एक्सपो की थीम ‘भारत-उभरता रक्षा विनिर्माण हब’ है. इस दौरान रक्षा प्रणालियों और इनके कलपुर्जों के निर्यात में भारत की क्षमता को दर्शाया जाएगा. लगभग 150 अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शकों सहित 670 से भी ज्यादा प्रदर्शक डिफेंस एक्सपो में शिरकत करेंगे.
UP, तमिलनाडु में बनेंगे डिफेंस कॉरिडोर
एक्सपो को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि हम अपने सशस्त्रबलों को अत्याधुनिक हथियारों से लैस करने के लिए हरसंभव कदम उठाने के लिए तैयार हैं. इस मौके पर पीएम मोदी सरकार की पीठ थपथपाते नजर आए. उन्होंने कहा कि पिछले पांच वर्षों डिफेंस के क्षेत्र में सबसे ज्यादा काम हुआ है. उन्होंने कहा कि हमने ”इनोवेशन फॉर डिफेंस एक्सिलेंस” स्कीम की शुरुआत की है, जो डिफेंस सेक्टर में स्टार्ट-अप कंपनियों को ग्रो करने में मदद करेगी. उन्होंने बताया कि हम दो डिफेंस कॉरिडोर बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. एक तमिलनाडु में बनाया जाएगा दूसरा उत्तर प्रदेश में. इन कॉरिडोरों के बनने से प्रदेश में विकास को रफ्तार मिलेगी साथ ही यहां के लोगों के लिए नौकरियों के नए अवसर खुलेंगे.
रक्षा क्षेत्र में छोटे-मझोले उद्योगों को बढ़ावा
पीएम मोदी ने आगे कहा कि घरेलू रक्षा उद्योग क्षेत्र का विकास करने के लिए रक्षा खरीद प्रक्रिया में संशोधन किए गए हैं. उन्होंने कहा, “हमने ऑर्डनेंस फैक्ट्रीज द्वारा विशेष रूप से बनाए गए कुछ सामानों को सूची से बाहर कर दिया है ताकि निजी क्षेत्र विशेष रूप से छोटी-मझोली कंपनियों का इस क्षेत्र में प्रवेश हो सके.”
MARCOs ने दिखाए करतब
कार्यक्रम में MARCOs (मरीन कमांडो फोर्स) के साथ-साथ कई रक्षा उपकरणों का डेमो दिया गया. इस दौरान सैन्य विनानों ने हवा में करतब दिखाए. मुख्यमंत्री पलानीस्वामी ने डेमो को दूरबीन से देखा. एक्सपो को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि एक्सपो पचास प्रतिशन भारतीय मैन्यूफैक्चरर का है. इसमें छोटे-मझोले उद्योग शामिल हैं.
ये कंपनियां ले रही हैं हिस्सा
भारतीय प्रतिभागियों में कई प्रमुख कंपनियां जैसे कि टाटा, कल्याणी, भारत फोर्ज, महिंद्रा, एमकेयू, डीआरडीओ, एचएएल, बीईएल, बीडीएल, एमडीएल, जीआरएसई, जीएसएल, एचएसएल, आयुध कारखाने शामिल हैं. डिफेंस एक्सपो-2018 में भाग लेने वाली प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय कंपनियों में लॉकहीड मार्टिन, बोइंग (अमेरिका), एसएएबी (स्वीडन), एयरबस, राफेल (फ्रांस),यूनाइटेड शिपबिल्डिंग (रूस), बीएई सिस्टम्स (ब्रिटेन), सिबत (इस्राइल), वार्टसिला (फिनलैंड), रहोड एंड श्वार्ज (जर्मनी) शामिल हैं।
मोदी गो बैक के लगे नारे
समाचार एजेंसी एनएआई के मुताबिक, कार्यक्रम के दौरान DMK के कुछ प्रदर्शनकारियों ने काले झंडे दिखाकर पीए के दौरे का विरोध किया. उन्होंने बलून पर ‘मोदी गो बैक’ के स्लोगन चिपकाए थे.