लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधान परिषद चुनाव के लिए सोमवार (16 अप्रैल) तक नामांकन पत्र दाखिल किए जाएंगे. 26 अप्रैल को मतदान होगा. इन चुनावों में बीजेपी 13 में से 11 सीटों पर जीत को लेकर निश्चिंत हैं. हालांकि बीजेपी ने 10 उम्मीदवार घोषित किए हैं. राज्यसभा चुनाव की तरह ही विधान परिषद में भी दो सीटों पर सपा और बीएसपी के बीच करार हुआ है, लेकिन देखना होगा कि यह करार जीत में बदल पाएगा या नहीं.
बता दें कि 5 मई को विधान परिषद के 12 सदस्यों का कार्यकाल पूरा हो रहा है, जबकि एक सीट पहले से खाली है. रिटायर हो रहे 12 सदस्यों में से सपा के मुखिया अखिलेश यादव समेत 7 विधायक शामिल हैं. इनके अलावा बहुजन समाज पार्टी के विजय प्रताप सिंह और सुनील कुमार चित्तौड़ का कार्यकाल पूरा हो रहा है. बीजेपी के दो मोहसिन रजा और महेंद्र कुमार का भी कार्यकाल पूरा हो रहा है.
‘अपना दल’ को दी जाएगी 11वीं सीट
बीजेपी ने रविवार को अपने दस उम्मीदवारों की सूची जारी की. इनमें प्रदेश सरकार के मंत्री महेंद्र सिंह और मोहसिन रजा के अलावा सरोजिनी अग्रवाल, बुक्कल नवाब, यशवंत सिंह, जयवीर सिंह, विद्यासागर सोनकर, विजय बहादुर पाठक, अशोक कटारिया और अशोक धवन शामिल हैं. बताया जा रहा है कि 11वीं सीट ‘अपना दल’ के आशीष सिंह पटेल को दी जाएगी. इस समय उत्तर प्रदेश विधानसभा में ‘अपना दल’ (सोनेलाल) के नौ विधायक हैं .
11 पर जीत पक्की
राज्य में सत्तारूढ दल और सहयोगियों की 403 सदस्यीय विधानसभा में 324 सदस्य हैं. इसलिए आंकडों के आधार पर 13 में से 11 सीटों पर उनकी जीत सुनिश्चित मानी जा रही है. इसके बाद भी भाजपा के पास कुछ अतिरिक्त वोट बचेंगे. जीत सुनिश्चित करने के लिए एक उम्मीदवार को पहली वरीयता के लिए 29 वोटों की आवश्यकता होगी.
संख्याबल के आधार पर 11 सीटें बीजेपी के खाते में चली जाएंगी. बाकि दो सीटों पर सपा और बसपा हैं. सपा ने एक सीट बीएसपी को दे दी है. अखिलेश यादव ने पहले दो उम्मीदवार मैदान में उतारे थे लेकिन बाद में एक को हटा लिया ताकि बसपा के उम्मीदवार को समायोजित किया जा सके. बसपा ने फूलपुर और गोरखपुर लोकसभा उपचुनाव में सपा उम्मीदवारों का समर्थन किया था.
100 सदस्यीय विधान परिषद में BJP के 13 विधायक
सौ सदस्यीय उत्तर प्रदेश विधान परिषद में बीजेपी को वर्तमान में मात्र 13 सदस्य हैं. सपा के सदस्यों की संख्या 61 है. बसपा के नौ, कांग्रेस के दो, रालोद का एक और अन्य 12 हैं. सपा प्रवक्ता सुनील सिंह साजन ने कहा कि सपा—बसपा गठबंधन दो विधान परिषद सीटों पर आसानी से जीत दर्ज करेगा. उधर, कांग्रेस ने कोई प्रत्याशी खड़ा नहीं किया है. उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता अशोक सिंह ने कहा कि वे समान विचारधारा वाले अन्य दलों को समर्थन करेंगे.