इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कारपोरेशन (IRCTC) ने ऑनलाइन और तत्काल टिकट बुकिंग के नियमों में कुछ बदलाव किए हैं. रेलवे ने ये बदलाव यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को देखते हुए किए हैं. नए नियम के मुताबिक, अब यात्री 120 दिन पहले अपनी यात्रा का टिकट बुक करवा सकते हैं.
ऑनलाइन बुकिंग में किए गए बदलावों को तहत अब एक यूजर आईडी से एक महीने में केवल छह टिकट ही बुक हो पाएंगी. अगर यूजर ने अपना आधार नंबर आईआरसीटी से रजिस्टर्ड करवाया हुआ है तो वह एक महीने में 12 टिकट बुक कर सकता है. सुबह 8 से 10 के बीच केवल दो टिकट ही बुक कराए जा सकते हैं. इसके अलावा इस दौरान सिंगल पेज या क्विक बुकिंग नहीं होगी.
एक आईडी से छह टिकट
एक बदलाव यह है कि एक यूजर आईडी केवल एक बार में एक ही जगह इस्तेमाल की जा सकेगी. पहले ऐसा होता था कि एक ही आईडी को एक समय में कई स्थानों पर इस्तेमाल कर टिकट बुकिंग की जाती थीं, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. इसके अलावा जब यूजर ऑनलाइन आएगा तो उसे एक निजी जानकारी भी भरनी होगी. बुकिंग एजेंट के लिए व्यवस्था की है कि वे अब सुबह 8 से सुबह 8.30, सुबह 10 से 10.30 और 11 से 11.30 के बीच टिकट बुक करवा पाएंगे. यानी उन्हें एक बार सिर्फ आधा घंटे ही टिकट बुक कराने के लिए समय मिलेगा.
तत्काल में एजेंट पर लगाम
आईआरसीटीसी ने तत्काल टिकट बुकिंग के नियमों में भी कुछ बदलाव किए हैं. जब तत्काल बुकिंग शुरू होगी, उससे आधा घंटा पहले तक एजेंट बुकिंग नहीं कर पाएंगे. वैसे तत्काल बुकिंग यात्रा से एक दिन पहले ही होगी और बुकिंग 10 बजे से ही शुरू होगी. नॉन एसी के लिए रिजर्वेशन 11 बजे से शुरू होगा. आईआरसीटीसी से मिली जानकारी के मुताबिक, अगर ट्रेन अपने तय समय से तीन घंटे से अधिक लेट है तो यात्री अपना पूरा भुगतान वापस मांग सकता है, इसके अलावा ट्रेन के रूट बदलने पर भी यात्री अपने पैसे वापस लेने का हकदार होगा.
इसके अलावा तत्तकाल बुकिंग में आवंटित कोच अगर यात्री को नहीं मिलता है तो उस दशा में भी वह अपना पूरा किराया वापस लेने का हकदार होगा.
मिलेगा निश्चित समय
ऑनलाइन टिकट बुकिंग करने के लिए यूजर को एक निश्चित समय मिलेगा. यात्रा और यात्री की डिटेल भरने के लिए 25 सेकेंड का समय मिलेगा. 10 सेकेंड में भुगतान करना होगा और नेटबैंकिंग के दौरान टिकट का भुगतान करने पर ओटीपी भी भरना होगा.
आईआरसीटीसी ने बताया कि नियमों में बदलाव टिकट बुकिंग में पारदर्शिता लाने के लिए किए गए हैं, ताकि यात्रियों को यात्रा में किसी तरह की कोई परेशानी ना हो और बुकिंग सिस्टम को दलालों से मुक्त रखा जा सके.