The cricketer bigger than Sachin today is cutting life in the darkness of oblivion ...
क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर ने 100 इंटरनेशनल शतक लगाए, सबसे ज्यादा रनों का रिकॉर्ड भी बनाया. दुनिया ने भारत के इस दिग्गज को खूब प्यार दिया, लेकिन एक क्रिकेटर ऐसा भी है जो सचिन से काफी ज्यादा टैलेंटेड माना जाता था. वो आज गुमनामी के अंधेरे में जिंदगी काट रहा है. हम बात कर रहे हैं मुंबई के अनिल गुरव की जो कभी सचिन के गुरु रमाकांत अचरेकर के स्टूडेंट हुआ करते थे. लोग कहते हैं कि वो सचिन से काफी अच्छे बल्लेबाज थे और वो रमाकांत अचरेकर के फेवरेट स्टूडेंट भी थे. अनिल गुरव इतने धमाकेदार बल्लेबाज थे कि उन्हें मुंबई का विवियन रिचर्ड्स कहा जाता था. खुद सचिन तेंदुलकर अनिल गुरव को सर कहते थे और उनकी तरह शॉट्स खेलने की कोशिश करते थे. कहा जाता है कि सचिन ने अपने क्रिकेट जीवन का पहला शतक अनिल गुरव के बल्ले से ही लगाया था.
आप सोच रहे होंगे कि अनिल गुरव इतने अच्छे बल्लेबाज थे तो वो इंडिया के लिए क्यों नहीं खेले? दरअसल गुरव का बड़ा भाई उनके करियर का काल बन गया. अनिल गुरव का बड़ा भाई अजीत गुरव एक गैंगस्टर था. वो एक शार्प शूटर था जो मुंबई पुलिस की आंखों की किरकिरी बना हुआ था. अकसर पुलिस वाले अजीत गुरव के चक्कर में अनिल और उसकी मां को थाने ले जाते थे. एक दिन अनिल गुरव की पुलिस ने खूब पिटाई की और उसके बाद वो कभी क्रिकेट नहीं खेल सके. क्रिकेट करियर तबाह होने के बाद अनिल गुरव को शराब पीने की लत लग गई और एक बड़े क्रिकेटर का इतना दर्दनाक अंत हो गया.