Professor asked for a passage of the 1st division from the girl instead of sex
बिहार: गया कॉलेज के एक प्रोफेसर के खिलाफ बीए की छात्रा थाने पहुंच गई। अंग्रेजी के प्रोफेसर वकार अहमद पर छात्रा ने आरोप लगाया है कि वे फर्स्ट डिवीजन के मार्क्स देने का लालच देकर उसे घर बुला रहे थे। कह रहे थे- मेरी इच्छा पूरी करो। छात्रा ने प्रोफेसर का कॉल रिकॉर्ड किया है जिसमें उसे कहा जाता है कि फर्स्ट क्लास चाहिए तो तुम्हें मुझ पर ध्यान देना होगा। छात्रा ने प्रोफेसर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। प्रोफेसर पर अगवा कर जान से मरवाने की धमकी देने का आरोप भी लगाया है।
एफआईआर में क्या…
”मैं, गया की रहने वाली हूं। गया कॉलेज में बीए की छात्रा हूं। 24.07.2018 को अंग्रेजी के प्रोफेसर वकार अहमद ने मुझसे मेरा मोबाइल नं. प्रोजेक्ट कंप्लीट करने के लिए मांगा। सर ने कॉल करके कहा- मेरे पास कुछ नोट्स हैं जो तुम्हें प्रोजेक्ट बनाने में मदद करेगा। मैंने उन्हें कॉलेज में नोट्स लाकर देने को कहा। उन्होंने कहा- तुम घर आ जाओ। मैं उसके घर छोटी बहन के साथ गई। 10 मिनट बाद मैं कुछ नोट्स देखकर घर आ गई। उसी दिन शाम 4.30 बजे उन्होंने मुझे फोन किया। कहा- मैं मदद तब ही करूंगा, जब तुम मेरी इच्छा पूरी करोगी। 25.07.2018 को उसने खुलकर बातें की, जिस पर मैंने एतराज जताया। कहा- कॉल रिकॉर्ड कर रही हूं और इसे थाने तक ले जाऊंगी। तब उसने धमकी देते हुए कहा- मैं तुझे घर से उठवाकर जान से मरवा दूंगा, पूरी लाइफ बिगाड़ दूंगा।”
प्रोफेसर ने डिपार्टमेंट हेड को फोन कर कहा- मुझसे गलती हो गई…
प्रोफेसर वकार अहमद ने अंग्रेजी विभाग के अध्यक्ष डॉ. सरिता वीरांगना को फोन कर अपनी गलती स्वीकार की है। डॉ. वीरांगना ने कहा- प्रो. वकार ने उन्हं फोन किया था। कह- यह मेरी बड़ी गलती थी। इसके लिए उन्हें भारी ग्लानि है।
प्रोफेसर ने छात्रा से गंदे तरीके से की बात..
प्रोफेसरः क्या क्या कर रही हो? ये नंबर तुम्हारा ही है? कल फोन क्यों नहीं उठाया।
छात्राः हां सर मेरा ही है। देख नहीं पाए।
प्रोफेसरः मार्केटिंग हो गई?
छात्राः नहीं सर, मार्केटिंग तो नहीं हुई।
प्रोफेसरः मेरे घर 30 को आओगी? और सब ठीक है? अकेले हो घर पर?
छात्राः नहीं.. हैं तो अकेले ही।
प्रोफेसरः तुम ध्यान नहीं दोगी तो कैसे होगा? तुम हम पर ध्यान दो। फोन करने पर कोई ऑब्जेक्शन तो नहीं होता है?
छात्राः नहीं, आप टीचर हैं…क्या ऑब्जेक्शन होगा!
प्रोफेसरः क्या हम उम्मीद रखें?
छात्राः किस चीज का सर।याद नहीं था हमको ठीक से। बात भी ठीक से नहीं हुई न?
प्रोफेसरः हमने कह दिया है तुम्हें फर्स्ट क्लास आना है?
छात्राः हां सर।
प्रोफेसरः हां तो उसके लिए कुछ करोगी तब न या ऐसा होगा? इसके लिए पैरवी चाहिए।
छात्राः क्या करना पड़ेगा सर? पैसा वगैरह कितना लगेगा?
प्रोफेसरः अरे पैसा नहीं भाई। ऐसे ही हो जाएगा।
छात्राः ऐसा कैसे सर?
प्रोफेसरः समझाना होगा? तुम कैसी लड़की हो?
छात्राः हम समझे नहीं सर।
प्रोफेसरः कुछ नहीं होगा ऊपर-ऊपर…
छात्राः मतलब सर?
प्रोफेसरः कितना मतलब समझाएं तुमको। अरे वही सब जो होता है …
छात्राः क्या?
प्रोफेसरः क्या तुम बच्चे की तरह बात करती हो? तुम इंट्रेस्ट लोगी तब न… तुम आओगी तो हम बात करेंगे। 30 को आओगी?
छात्राः 30 को कहां कॉलेज में?
प्रोफेसरः ना घर पर। कॉलेज में सब देखेंगे। तुम हेल्प करोगी तब न? जो तुम्हारे पास है वही हेल्प करो ?
छात्राः आप क्या बोल रहे हैं? आपको पता है आप क्या बोल रहे हैं ?
प्रोफेसरः अरे छोड़ो हटाओ। हम तो दोस्त की तरह बात कर रहे हैं, स्टूडेंट की तरह नहीं।
छात्राः हमने कॉल रिकॉर्ड किया है, इसे थाने तक ले जाएंगे।