Friday, November 22, 2024
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PACL संघर्ष समिति कार्यकर्ताओ ने प्रदर्शन कर बीजेपी पर साधा निशाना

SI News Today

बाइट- राघवेंद्र बाजपेई , निवेशक।

PACL struggle committee workers displaying a simple target on BJP.

   

एक तरफ जहां भाजपा सरकार लगातार सबका साथ सबका विकास करने की बात कर रही है वहीं दूसरी ओर गांधी प्रतिमा पर पीएसीएल संघर्ष समिति के लोगों ने प्रदर्शन करते हुए भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। साथ ही कहा की भाजपा सरकार खुद नहीं चाहती कि पीएसीएल कंपनी से निवेशकों का पैसा वापस मिले। भाजपा सरकार दोहरी रणजीत अपना रही है । वहीं भाजपा सरकार में वित्त मंत्री अरुण जेटली पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं।

जीपीओ पार्क स्थित गांधी प्रतिमा पर सैकड़ों की संख्या में PACL कंपनी में पैसा निवेश करने वाले लोगों ने प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में शामिल महिलाओं ने कहा की उनकी जितनी भी जमा पूंजी थी वह कंपनी में है। जिसके चलते वह अपनी बेटियों की शादी नहीं कर पा रही। अगर कंपनी उनका पैसा समय रहते वापस नहीं करती तो वह अपने परिवार के साथ आत्महत्या करने के लिए मजबूर हो जाएंगे। जिसकी जिम्मेदार कंपनी और शासन-प्रशासन के लोग होंगे।

प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना है कांग्रेस के शासनकाल में अरुण जेटली PACL कंपनी के वकील थे और उन्होंने दो बार केस जीतकर निवेशकों में एक आशा की लहर पैदा की थी। लेकिन जैसे ही भाजपा की सरकार केंद्र में आई वैसे ही अरुण जेटली ने भी अपना रंग बदल डाला। वहीं उसकी मानें तो सुप्रीम कोर्ट ने 2 फरवरी 2016 को 6 माह के अंदर निवेशकों का पैसा वापस करने की बात कही थी, लेकिन 2 साल गुजर जाने के बाद भी आज तक कोई पैसा वापस नहीं मिला। वहीं SEBI में 2 लाख करोड़ की 92 जनपदों से कंपनी की प्रॉपर्टी को अपने कब्जे में ले लिया फिर भी सरकार निवेशकों का पैसा वापस नहीं कर रही है।

Reported by- खुर्शीद आलम (पत्रकार)

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