लखनऊ के ठाकुरगंज के एक घर में छिपे आतंकी को पकड़ने का प्रयास जारी है। आईजी एटीएस का कहना है कि आतंकी सरेंडर करने की जगह फायरिंग कर रहा है। हमने फिलहाल के लिए फायरिंग रोक दी है।
आईजी एटीएस ने बताया कि आतंकी को पकड़ने के लिए मिर्ची बम का इस्तेमाल किया गया है, फिर भी वह बाहर नहीं आया।
इसके पहले एटीएस व आतंकियों के बीच कई राउंड फायरिंग हुई।
– आईबी व एनआईए भी मौके पर पहुंची।
– एटीएस ने मकान के अंदर आंसू गैस के गोले छोड़े।
– आतंकी व एटीएस की तरफ से लगातार जवाबी कार्रवाई जारी है। अब तक कई राउंड फायरिंग की जा चुकी है।
– इलाके में फायरिंग से हड़कंप मच गई। मिली जानकारी के अनुसार फायरिंग संदिग्ध की तरफ से की गई।
– मामले पर एडीजी लॉ एंड ऑर्डर दलजीत चौधरी का कहना है कि ऑपरेशन जारी है।
– मिली जानकारी के अनुसार आतंकी के तार मध्य प्रदेश ब्लास्ट से जुड़े हैं। वह आईएसआईएस का आतंकी है और लखनऊ का ही रहने वाला है।
– आतंकी एक घर में छिपा हुआ है। एटीएस ने उसके कमरे में आंसू गैस के गोले छोड़े।
– लखनऊ के एयरपोर्ट व रेलवे स्टेशन पर हाई अलर्ट जारी।
– एडीजी दलजीत चौधरी ने कहा- इनपुट मिला था कि कुछ संदिग्ध कानपुर और लखनऊ में छुपे हुए हैं। कानपुर के संदिग्ध को गिरफ्तार कर लिया गया है। दूसरे संदिग्ध को पुलिस ने घर में घेरा है। उसका सरेंडर कराने की कोशिश की। उसके पास हथियार बताया जा रहा है।
– एटीएस के आईजी असीम अरुण ने बताया, ”ऐसी सूचना मिली थी कि यहां एक संदिग्ध व्यक्ति है। उसके पास कोई होस्टेज नहीं है, इसलिए हमारे पास समय है। हमने चिली बम का भी इस्तेमाल किया। उसने अंदर से दरवाजा बंद कर लिया। ऐस लगा कि उसके पास हथियार हैं। लेकिन वो अकेला है। हमें कोई जल्दी नहीं है। वो अब तक बाहर नहीं निकला है। रुक-रुककर फायरिंग कर रहा है। हम उसे जिंदा अरेस्ट करेंगे।”
– सूत्रों के मुताबिक, फैजान ने ही लखनऊ के एक घर में छिपे आतंकी के बारे में जानकारी दी।
– जिस इलाके में एनकाउंटर चल रहा है वो रिहायशी कॉलोनी है। कॉलोनी नई है। इसलिए लोग एक-दूसरे के बारे में ज्यादा वाकिफ नहीं हैं। घर भी दूर-दूर बने हैं।
– ये लखनऊ का बॉर्डर एरिया है। यहां से हरदोई जिला शुरू हो जाता है। बदमाश इस इलाके में अपना ठिकाना बनाते रहे हैं।
– आस-पास के लोगों के मुताबिक इस मकान में 6 महीने से 4 लोग रह रहे थे। इसमें यह संदिग्ध आतंकी भी शामिल है।
– एटीएस जब यहां पहुंची तो एक संदिग्ध ही घर में मौजूद था। बाकी के 3 लोग यहां से निकल चुके थे।
– इनके पास कानपुर के नंबर की एक बाइक भी थी।
– पड़ोसियों का कहना है कि इन्होंने खुद को स्टूडेंट बताकर मकान किराए पर लिया था।
– मकान मलिहाबाद के रहने वाले बादशाह का है, जो खाड़ी के किसी देश में काम करते हैं।