अमेरिका की बड़ी विमानन कंपनियों में शामिल यूनाइटेड एयरलाइंस ने दो लड़कियों को विमान में चढ़ने से सिर्फ इसलिए रोक दिया क्योंकि उन्होंने लेगिंग पहनी थी. एयरलाइंस के इस बर्ताव की सोशल मीडिया पर जमकर आलोचना हुई और लोगों ने कंपनी के इस बर्ताव को लैंगिक भेदभाव बताया.
अपना पक्ष रखते हुए विमानन कंपनी के प्रवक्ता जॉनथन गुरिन ने कहा कि रविवार की सुबह डेनवर से मिनिपोलिस जाने वाले विमान पर इन लड़कियों को इसलिए नहीं चढ़ने दिया गया क्योंकि वे कर्मचारी पास पर यात्रा कर रही थीं और इस सुविधा का लाभ लेने वालों के लिए विशेष ड्रेस कोड का पालन करना जरूरी होता है. हालांकि इन लड़कियों की उम्र का जिक्र नहीं किया गया है.
लेगिंग पहनी एक अन्य लड़की को भी विमान में सवार होने से अपने कपड़े बदलने पड़े थे. न्यूयॉर्क टाइम्स की खबर के अनुसार, विमानन कंपनी की ड्रेस कोड नीति के अनुसार कर्मचारी पास पर यात्रा करने वाली महिलाओं का लाइक्रा या स्पैनडेक्स पैंट जैसे लेगिंग पहनना मना है लेकिन कंपनी की इस कार्रवाई से ट्विटर पर लोगों का गुस्सा भड़क गया है.
डेनवर की एक कार्यकर्ता शैनन वाट्स ने ट्वीट किया कि उन्होंने इस घटनाक्रम को देखा है. उन्होंने महिलाओं के वस्त्र पर यूनाइटेड एयरलाइंस के इस फैसले पर सवाल उठाया. वाट्स ने लिखा, लड़कियों में से एक के पिता को हाफ पैंट पहनकर अंदर जाने दिया गया. उन्होंने इस नीति को लिंगभेद बताया.
–वाट्स ने अपने 32,000 से ज्यादा फॉलोअर्स को ट्वीट किया, मुझे लगता है यूनाइटेड महिलाओं को खिलाड़ियों वाले कपड़े नहीं पहनने दे रहा है. वहीं,
मानन कंपनी ने इसपर प्रतिक्रिया दी है कि उसके पास उचित कपड़े ना पहने हुए यात्रियों को यात्रा की अनुमति नहीं देने का अधिकार है. गुस्साए इंटरनेट प्रयोगकर्ताओं ने सवाल उठाया कि क्या एयरलाइन यह कह रही है कि वह भुगतान करने वाले ग्राहकों को सिर्फ इस आधार पर सेवा देने से मना कर सकती है क्योंकि उन्होंने योग के दौरान पहने जाने वाला पैंट पहना हुआ है.
अभिनेत्री पैट्रिशिया एक्वे ने ट्वीट किया, 10 साल की बच्ची के लिए लेगिंग काम वाला कपड़ा ही है. उनका काम बच्चा होना है. कुछ घंटे बाद कंपनी ने कहा, जो लोग यात्रा कर रहे थे वे कंपनी की यात्रा लाभ पाने की नीति के तहत मौजूद ड्रेस कोड को पूरा नहीं कर रहे थे. विमानन कंपनी अपने कर्मचारियों के परिजनों और अतिथियों को मुफ्त यात्रा पास देती हैं. इस नीति के अनुसार पास पर यात्रा करने वालों को ऐसे कपड़े पहनने की अनुमति नहीं होती जो साफ-सुथरे और पेशेवर नहीं दिख रहे.