आरएसएस के पुराने स्वयंसेवक और भाजपा नेशनल एग्जीक्यूटिव के सदस्य शेषाद्रि चारी ने राजस्थान के अलवर में गौरक्षकों द्वारा मुस्लिम व्यक्ति की हत्या पर हमला बोला है। उन्होंने केंद्रीय संसदीय कार्य राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी के बयान को अपमानजनक बताया है। उन्होंने इकॉनॉमिक टाइम्स से कहा, ”गाय काफी सम्मानीय जानवर है और मैं चाहता हूं कि देश में एक भी कत्लखाना ना हो। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप लोगों को पीटेंगे। यह पूरी तरह से अस्वीकार्य है। कोर्इ भी कानून अपने हाथ में नहीं ले सकता।” चारी ने कहा कि यह ना सिर्फ उनका बल्कि भाजपा का भी मानना है। पार्टी भी मारपीट का समर्थन नहीं करती।
बता दें कि पिछले सप्ताह जयपुर से गाय खरीदकर ले जा रहे हरियाणा के नूंह के रहने वाले मुस्लिमों को अलवर में कुछ तथाकथित गौरक्षकों ने पीटा था। इसमें 55 साल के पहलु खान की मौत हो गई थी। इस मामले में पहलू खान के खिलाफ भी अवैध रुप से गायें ले जाने के आरोप में केस दर्ज किया गया है। FIR में लिखा है कि उसके पास गाय की खरीद के वैध दस्तावेज नहीं थे। लेकिन पहलू खान के परिवार वालों का कहना है कि पहलू खान ने हमला करने वालों को गाय की खरीद का रसीद भी दिखाया था, बावजूद इसके वो पहलू खान की पिटाई करते रहे।
भाजपा नेता चारी ने मीडिया पर भी निशाना साधा और कहा कि उन्होंने अलवर मामले को तो दिखाया लेकिन फारूक अब्दुल्ला के पत्थरबाजों के पक्ष में दिए बयान को नजरअंदाज किया। ईटी के अनुसार भाजपा नेता ने कहा, ”कुछ चैनल अलवर मामले को 24 घंटे चला रहे थे क्योंकि यह उनका एजेंडा था। मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि उन्होंने फारूक अब्दुल्ला के पत्थरबाजों को लेकर दिए बयान को क्यों नहीं दिखाया। क्या अब्दुल्ला का बयान गंभीर और देश को नुकसान पहुंचाने वाला नहीं था।” गौरतलब है कि अब्दुल्ला ने कहा था कि पत्थर फेंकने वाले लोग कश्मीर के लिए अपने प्राणों का बलिदान दे रहे हैं। वे अपने देश के लिए पत्थर फेंक रहे हैं। उसे पर्यटन से कोई मतलब नहीं है।