यूपी में बीजेपी की सरकार बनने के बाद से मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ अपने विधायकों और मंत्रियों को नसीहत देने में जुटे हैं। योगी ने बीजेपी विधायकों को धैर्य रखने और फोन पर विनम्र भाव से पेश आने की सलाह दी है। सोमवार को यूपी विधानसभा का पहला सत्र शुरू हो रहा है। इससे पहले रविवार को योगी ने विधायकों से कहा कि सावधानी बरतें और फोन पर बातचीत करते समय विनम्र रहें। हो सकता है कि आपका फोन कॉल रिकॉर्ड किया जा रहा हो। बाद में सोशल मीडिया पर इसका गलत इस्तेमाल किया जा सकता है। साथ ही योगी ने विधायकों से फोन पर बात करने के बजाए लोगों से मिलने पर ज्यादा ध्यान देने के लिए कहा।
विधायक ने कहा कि पिछले कुछ सालों में देखने आया है कि कुछ अधिकारी विधायकों के साथ फोन पर हुई बातचीत (तीखी बहस समेत) को रिकॉर्ड कर लेते और उसे सोशल मीडिया पर लीक कर देते हैं। इस तरह की बातचीत सोशल मीडिया पर वायरल हो जाती है जो पार्टी और विधायक की आलोचना का कारण बनती है। हमें सावधान रहने की जरुरत है क्योंकि हम राज्य और केंद्र दोनों जगह सत्ता में हैं।
सूत्रों के मुताबिक योगी आदित्य नाथ ने विधायकों से कहा कि दूसरी तरह से उकसाने वाले शब्दों के प्रयोग के बाद भी धैर्य बनाए रखें। माना जा रहा है कि योगी आदित्य नाथ ने अधिकारियों से सार्वजनिक रूप से मिलने पर भी इसी सलाह का पालन करने के दिशानिर्देश दिए हैं। हाल ही में गोरखुपर सदर से बीजेपी विधायक राधा मोहन दास अग्रवाल और आईपीएस चारू निगम के बीच सार्वजनिक विवाद सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में विधायक को महिला पुलिस अधिकारी को फटकार लगाते हुए दिखाया गया था।
साथ ही योगी आदित्य नाथ ने अपने सहयोगियों को सोमवार से शुरू हो रहे विधानसभा सत्र की कार्यवाही शुरू होने से 15 मिनट पहले आने के लिए और एजेंडे को लेकर पूरी तैयारी करके आने के लिए कहा गया है। जीएसटी बिल को विधानसभा में पास कराने के लिए विधानसभा सदस्यों के लिए वर्कशॉप का सोमवार को आयोजन किया गया है। इसके लिए दिल्ली से एक्सपर्ट्स को बुलाया गया है।