लखनऊ. बिहार के नालंदा के रहने वाले विक्रांत वीर यूपी कैडर के 2014 बैच के आईपीएस हैं। वो प्रेजेंट टाइम में फैजाबाद जिले में एएसपी के पद पर तैनात हैं। उन्होंने उन 11 सवालों और उनके जवाबों को शेयर किया, जिनके जवाब देकर वो आईपीएस बने।
Q- अगर अंग्रेजों की जगह फ्रांस ने राज किया होता, तो भारत पर क्या असर पड़ता?
A- सर, बस इतना ही फर्क पड़ता कि आज ये इंटरव्यू आप इंग्लिश में नहीं फ्रेंच में ले रहे होते।
दादा का था सपना पोता बने अफसर
– आईपीएस विक्रांतवीर बताते हैं, उनके दादा जी लाला प्रसाद का सपना था कि उनका पोता बड़ा अफसर बने।
– पिता शैलेंद्र कुमार बिहार के नालंदा में मलेरिया इंस्पेक्टर हैं। माता कांति देवी हाउस वाइफ हैं। वो दो भाई और एक बहन हैं। बहन की शादी हो गई है। वो पुणे में बैंक में नौकरी करती है। छोटा भाई बृजेश वीर बीटेक कर रहा है।
– उन्होंने 1995 में झारखंड के पलामू से 10th और 1997 में 12th सेंट कोलंबा कॉलेज से किया। इसके बाद मुंबई के मैरीन इंजीनियरिंग कॉलेज से BSC पास किया।
मर्चेंट नेवी छोड़ बने IPS
– 2011 में मर्चेंट नेवी में सिलेक्शन हो गया। उनकी पहली पोस्टिंग IRS कस्टम्स एंड सेंट्रल विशाखापट्टनम में एक साल के लिए हुई। इसके बाद वो काकीनाडा आंध्र प्रदेश में AC कस्टम सेंट्रल में 2014 तक रहे।
– इसके बाद 5th अटेंप्ट में आईपीएस में सिलेक्शन हो गया। विक्रांतवीर को गाने सुनना और किताबें पढ़ना ज्यादा पसंद है। वो कहते हैं कि मर्चेंट नेवी में उनके चीफ रहे रेड्डी सर से बहुत कुछ सीखने को मिला। उनके मोटिवेशन की वजह से मैं आईपीएस बन सका।
– 2014 में आईपीएस में सिलेक्शन होने के बाद कड़ी ट्रेनिंग हुई। इसके बाद सबसे पहली पोस्टिंग कानपुर में बतौर एएसपी/सीओ हुई और मौजूदा समय में फैजाबाद जिले में तैनाती मिली है।