लक्जरी कार बनाने वाली कंपनी मर्सीडीज बेंज भारत मे जीएसटी लागू होने के बाद अपनी कारों के दाम 7 लाख रुपये तक घटा सकती है। यह कीमत मर्सीडीज की सिर्फ उन्हीं कारों की कम होगी जिन्हें भारत में बनाया जाता है। कंपनी जीएसटी के बाद दरों में हुए बदलाव का सीधा फायदा लोगों तक पहुंचाने के लिए ऐसा कर रही है। कंपनी के मुताबिक कारों की नई दरें कल (26 मई) से लागू होंगी। यह दरें जून में भी लागू रहेंगी। वहीं कंपनी ने यह भी कहा है कि अगर जीएसटी को एक जुलाई से लागू नहीं किया जाता है तो एक जुलाई से कंपनी पुराने दामों पर ही कार बेचने लगेगी। मर्सीडीज अभी भारत में सेडान क्लास में सीएलए, सी क्लास, ई क्लास, एस क्लास, और मेबैच एस 500 मॉडल को बनाती है। वही कंपनी अपनी एसयूवी के जीएलए, जीएलसी, जीएसई और जीएलएस को भारत में तैयार करती है। इसके अलावा कंपनी अपने दूसरे मॉडलों के दामों में कोई कटौती नहीं करेगी।
मर्सीडीज की जिन कारों की कीमत कम की है उनकी कीमत 32 लाख रुपये से लेकर 1.87 करोड़ रुपये के बीच है। यह कीमत एक्स शोरूम है। वहीं कंपनी के मुताबिक मर्सीडीज सीएलए की कीमत में 1.4 लाख रुपये की कटौती की जाएगी। वहीं कंपनी की मेबैच एस 500 कीमत में 7 लाख रुपये की कटौती की जाएगी। इस फैसले पर मर्सीडीज बेंज इंडिया के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी रोलांड फोल्जर ने कहा, अब वाकई यह तार्किक नजर आता है कि सरकार एक जुलाई से जीएसटी लागू करने के अपने फैसले पर अडिग रहेगी।
गौरतलब है कि पिछले दिनों जीएसटी के रेट में लग्जरी कारों की कीमतों में 28 फीसदी के स्लैब के हिसाब से कमी आई थी। मर्सीडीज की जितनी भी मेड इन इंडिया कारें हैं सब पर कंपनी 1 जुलाई से लागू हो रही कीमत के हिसाब से ग्राहकों को अपनी कारें बेचेगी। मर्सिडीज की कारें 4 फीसदी सस्ती होने के बाद राज्यों में लगने वाले टैक्स के अनुसार 2 से 9 फीसदी तक सस्ती होंगी। मर्सीडीज पहली ऐसी कंपनी बन गई है जिसने जीएसटी लागू होने से पहले इसका फायदा ग्राहकों को दे दिया है। आपको बता दें कि मर्सीडीज बेंज ने अपने ग्राहकों के लिए विशेष वारंटी योजना एडवांस एश्योरेंस प्रोग्राम शुरू किया है। इसके तहत उसके वाहनों पर छह साल तक की एक्सटेंडेड वारंटी ली जा सकेगी।