राहुल गांधी शनिवार (27 मई) को उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के लिए निकल गए। कांग्रेस पार्टी के उपाध्यक्ष राहुल गांधी को अथॉरिटी से इजाजत नहीं मिली है बावजूद इसके वह वहां जा रहे हैं। राहुल गांधी के साथ राज बब्बर और गुलाम नबी आजाद भी हैं। इस पर डीएम ने कहा है कि वह राहुल गांधी को यूपी में घुसने नहीं देंगे। शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के लॉ एंड ऑर्डर एडीजी आदित्य मिश्रा ने सभी राजनीतिक पार्टियों से हिंसा वाले क्षेत्र से दूर रहने के लिए कहा था। मिश्रा ने समाचार एजेंसी से बात करते हुए कहा, ‘हम लोगों ने सभी राजनीतिक पार्टियों से कहा है कि वे लोग तबतक सहारनपुर ना जाएं जबतक हालात सामान्य ना हो जाएं।’
इससे पहले बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती सहारनपुर पहुंची थीं। राज्य सरकार ने घटना में मारे गए शख्स के परिवार को 15 लाख रुपए देने की बात कही थी। इस घटना के बाद योगी सरकार ने 174 सब-डिवीजनल मजिस्ट्रेट का तबादला किया था।
पिछले कुछ महीनों में सराहनपुर से हिंसा की काफी खबरें आई। 20 अप्रैल को वहां अंबेडकर जयंती के दिन विवाद हुआ था। इसके बाद पांच मई को महाराणा प्रताप के नाम पर एक जुलूस निकाला जा रहा था जिसपर विवाद हुआ। उसमें ठाकुर जाति के एक शख्स की मौत हो गई थी और कुछ दलित लोगों के घर फूंके जाने की भी खबर थी। फिर 9 मई को दलितों का एक समूह महापंचायत करना चाहता था जिसे पुलिस ने रोका। इसपर पथराव हुआ और कुछ पुलिसवाले जख्मी हो गए।