चीन के एक खरबपति की संपत्ति में इस साल शानदार इजाफा हुआ है। शंघाई के एक रिसर्च ग्रुप हुरुन रिपोर्ट के आकलन के हवाले से सीएनएन मनी ने लिखा चीन के रियल एस्टेट टायकून हुई का यन की संपत्ति में इस साल की शुरुआत से लेकर अब तक 10 बिलियन डॉलर (6.46 खरब रुपये) का उछाल आ चुका है और उनकी संपत्ति 21.3 बिलियन (14 खरब रुपये) पहुंच गई है। उनकी कंपनी चाइना एवरग्रैंड के स्टॉक में जबरदस्त उछाल के कारण उनकी संपत्ति इतनी बढ़ गई। साल के शुरू होने से लेकर अब तक यह तिगुनी हो चुकी है। इसमें सोमवार को हॉन्ग कॉन्ग स्टॉक एक्सचेंज में आई 23 प्रतिशत की गिरावट भी शामिल है। फैक्टसेट डेटा के मुताबिक एवरग्रैंड में हुई का 72 प्रतिशत हिस्सा है। हुरुन के मुताबिक उनके 3 बिलियन डॉलर के अन्य बिजनेस भी हैं, जिसमें चीन के एक फुटबॉल क्लब में हिस्सा भी शामिल है।
रुपर्ट होगवेर्फ ने कहा, चीन में इतने कम समय में संपत्ति में इतना उछाल बहुत ही कम देखा गया है। मार्च में एक अन्य बिजनेसमैन वैंग वेई की संपत्ति में 27.5 बिलियन डॉलर का इजाफा उस वक्त हुआ था, जब उनकी पार्सल डिलिवरी कंपनी एसएफ एक्सप्रेस शेन्जेन स्टॉक एक्सचेंज पर रिवर्स लिस्ट के जरिए सार्वजनिक हुई थी।
इतनी बढ़ोतरी का यह है कारण: हॉन्ग कॉन्ग में हैतोंग सिक्योरिटीज इंटरनेशनल में सेल्स ट्रेडिंग के एमडी एंड्रयू सुलिवन ने कहा, यह साल चीनी प्रॉपर्टी मार्केट के लिए काफी बेहतर साबित हुआ है और निवेशकों का ध्यान छोटे शहर बनाने वाली कंपनी एवरग्रैंड की ओर गया है। प्रशासन ने बड़े शहरों जैसे शंघाई और पेइचिंग में प्रॉपर्टी के दामों पर लगाम लगाने के लिए इन पर रोक लगा दी है। यहां से एवरग्रैंड भी काम करता है। कंपनी ने हाल ही में निवेशकों से अपने शेयर वापस पाने के लिए बड़ी रकम खर्च की है।
शेयरों की कीमतों ने हेज फंड के उस अनुमान पर भी लगाम लगा दिया है, जिसमें कहा जा रहा था कि एवरग्रैंड के शेयर घटेंगे। हालांकि एवरग्रैंड के बिजनेस मॉडल की स्थिरता पर अभी भी काफी संदेह है, क्योंकि उस पर कर्ज बहुत ज्यादा है। 2016 के अंत तक कंपनी पर 49.3 बिलियन डॉलर का कर्ज था, जो उसके पिछले साल की तुलना में दोगुना है। पिछले महीने की एक रिपोर्ट के मुताबिक क्रेडिट रेटिंग एजेंसी फिच ने चेतावनी दी है कि एवरग्रैंड के उच्च ब्याज व्यय और शेयरधारकों को भुगतान उसे अपने ब्याज को कम करने से रोकेगा।