Monday, December 23, 2024
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गलती से LOC पार कर आए पीओके के किशोरों को भारतीय सेना ने वापस भेजा

SI News Today

सीमा पर तनाव के बीच सौहार्दपूर्ण कदम उठाते हुए भारतीय सेना ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के दो किशोरों को वापस भेज दिया जो पिछले सप्ताह अनजाने में सीमापार कर इस तरफ तंगधार सेक्टर में आ गये थे। सेना के एक अधिकारी ने बताया कि पीओके के सिमरी गांव के रहने वाले 13 साल के वसालत खान और 12 साल के मोहम्मद इफ्तिखार खान रास्ता भटक गये थे और 23 मई को नियंत्रण रेखा (एलओसी) पार कर भारत की तरफ आ गये थे।

अधिकारी ने कहा, ‘‘मौजूदा तनावपूर्ण हालात के बावजूद सेना के गश्तीदल ने उल्लेखनीय संयम और पेशेवर रुख का परिचय देते हुए लड़कों को बिना किसी नुकसान के जोखिम वाले क्षेत्र से बचाया। उन्होंने बताया कि वे कल तंगधार सेक्टर में टिटवाल क्रॉसिंग के रास्ते सुरक्षित लौट गये।

अधिकारी ने कहा कि सौहार्दपूर्ण कदम उठाते हुए लड़कों का पूरी तरह ध्यान रखा गया और यहां उनके ठहरने के दौरान उन्हें सभी चिकित्सा और अन्य प्रशासनिक सुविधाएं प्रदान की गयीं। पिछले कई महीनों से एलओसी पर हालात संवेदनशील रहे हैं जहां पाकिस्तान के जवान और आतंकवादी सीमापार हमलों के साथ गोलेबारी और गोलाबारी करते आ रहे हैं। भारतीय सेना ने एलओसी के रास्ते घुसपैठ की आतंकवादियों की कई कोशिशों को नाकाम भी कर दिया और कई आतंकियों को मार गिराया।

बता दें कि हिज्बुल मुजाहिदीन के कमांडर सब्जार बट के एक मुठभेड़ में मारे जाने के बाद कानून-व्यवस्था बरकरार रखने के लिए ऐहतियाती कदम के तौर पर कश्मीर के कुछ हिस्सों में कर्फ्यू जैसी पाबंदियां मंगलवार को लगातार तीसरे दिन जारी रहीं। घाटी में पथराव की दो घटनाओं को छोड़कर हालात शांतिपूर्ण रहे।
अधिकारियों ने कहा कि शनिवार को मुठभेड़ में मारे गए सब्जार और उसके साथी को श्रद्धांजलि देने के लिए अलगाववादियों ने मंगलवार को दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में त्राल इलाके तक मार्च निकालने की अपील की थी। इसे देखते हुए पाबंदी लागू की गई। एक पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि शोपियां जिले में केलेर चौक और पुलवामा जिले के त्राल इलाके में कोर्ट रोड पिंगलिश से पथराव की घटनाएं सामने आई हैं। सुरक्षा बलों ने उग्र भीड़ को तितर-बितर करने के लिए बल प्रयोग किया। पथराव करने वाला एक नौजवान और कुछ सुरक्षाकर्मी इसमें घायल हो गए।

प्रवक्ता ने बताया कि पिंगलिश में भीड़ ने सुरक्षा बल पर भारी पथराव किया। लेकिन बल ने हालात से निपटने में अधिकतम संयम का इस्तेमाल किया। उन्होंने कहा, ‘इन घटनाओं को छोड़कर कश्मीर में कुल मिलाकर स्थिति शांतिपूर्ण और नियंत्रण में रही।’ अधिकारियों ने बताया कि अनंतनाग, पुलवामा, कुलगाम और शोपियां जिलों में प्रतिबंध लागू रहे और श्रीनगर के सात थाना क्षेत्रों और सोपोर में इस तरह की पाबंदियां लागू हैं। उन्होंने कहा कि मध्य कश्मीर के बडगाम और गांदेरबल जिलों में धारा 144 लगाई गई है। श्रीनगर के सात थाना क्षेत्रों खायनार, नौहट्टा, सफाकादल, एमआर गंज, रैनावारी, क्रालखुद और मैसूमा में पाबंदियां लगाई गई हैं। हुर्रियत कांफ्रेंस के चरमपंथी धड़े के अध्यक्ष सैयद अली शाह गिलानी, नरमपंथी हुर्रियत के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक और जेकेएलएफ प्रमुख यासीन मलिक ने लोगों से बड़ी संख्या में त्राल पहुंचकर मारे गए आतंकवादियों को श्रद्धांजलि देने को कहा था। मलिक को रविवार को यहां उनके आवास से गिरफ्तार किया गया था, वहीं गिलानी और मीरवाइज को नजरबंद कर दिया गया।

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