भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने सोमवार को देश का सबसे वजनी रॉकेट सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया। इसरो ने सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के दूसरे लॉन्च पैड से शाम 5.28 बजे संचार उपग्रह जीसैट-19 के साथ जीएसएलवी मार्क-3 का सफल प्रक्षेपण किया। जीएसएलवी मार्क-3 अपने साथ 3,136 किलोग्राम वजनी संचार उपग्रह लेकर गया है, जिसे वह कक्षा में स्थापित करेगा। जीएसएलवी मार्क-3 रॉकेट को श्रीहरिकोटा से अंतरिक्ष के लिए छोड़ा गया। 43.43 मीटर लंबा और 640 टन वजनी यह रॉकेट 16 मिनट में अपनी यात्रा पूरी कर लेगा और पृथ्वी की सतह से 179 किलोमीटर की ऊंचाई पर जीसैट-19 को उसकी कक्षा में स्थापित कर देगा।
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने इसरो को इस उपलब्धि पर बधाई दी। केजरीवाल ने ट्विटर पर लिखा, “Congratulations ISRO. U again made India proud” (इसरो को बधाई। तुमने एक बार फिर भारत को गोरवान्वित महसूस कराया है।) हालांकि केजरीवाल के इस ट्वीट पर यूजर्स टूट पड़े और जमकर उन्हें ट्रोल किया। एक यूजर ने कहा कि सर इसरो आपके सामने क्या है। सौरभ को बोलकर रॉकेट के मदरबोर्ड की भी चिप बदलकर ज्यूपिटर तक पहुंचा दो। साथ ही कई यूजर्स ने कहा कि केजरीवाल इसका सबूत क्यों नहीं मांगते। वहीं, कुछ यूजर्स ने तो यहां तक कह डाला कि केजरीवाल को मंगलयान पर चले जाना चाहिए।