मध्यप्रदेश के मंदसौर में किसानों के प्रदर्शन ने हिंसक रूप धारण कर लिया है। वहां प्रदर्शन कर रहे एक किसान की पुलिस फायरिंग में मौत हो गई। इसके अलावा चार किसान घायल हो गए हैं। बता दें, किसान अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन पर बैठे हुए हैं। मध्यप्रदेश के साथ ही महाराष्ट्र में भी किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। मध्यप्रदेश के मंदसौर, रतलाम और उज्जैन में किसानों के प्रदर्शन के चलते प्रशासन ने इंटरनेट सेवा बंद कर दी है। इसके साथ ही राष्ट्रीय किसान मजदूर संघ ने बुधवार को पूरे राज्य में हड़ताल करने का एलान किया है।
बता दें, मध्य प्रदेश में कर्ज माफी और अपनी फसल के वाजिब दाम की मांग को लेकर किसानों की हड़ताल मंगलवार को छठे दिन भी जारी है। वहीं बीती रात मंदसौर जिले में किसानों ने रेलवे क्रांसिंग गेट को तोड़ने के साथ पटरी उखाड़ने की कोशिश की। इसके अलावा जिले में इंटरनेट सेवाओं को बंद कर दिया गया है।
मंदसौर के पुलिस अधीक्षक ओ. पी. त्रिपाठी ने बताया कि सोमवार की देर रात को दालोद पुलिस चौकी क्षेत्र में किसानों ने सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया और रेलवे क्रासिंग के गेट को तोड़ दिया। इसके अलावा उन्होंने पटरियों के बीच के स्लीपर पर लगे लोहे के एंगल को नुकसान पहुंचाया। हालांकि यातायात ज्यादा देर प्रभावित नहीं हुआ। किसानों ने कुछ स्थानों पर पथराव किया, जिसके बाद पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज कर उन्हें खदेड़ दिया। कुछ किसानों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें हिरासत में लिया गया है।
वहीं, जिलाधिकारी स्वतंत्र कुमार सिंह ने कहा कि मंगलवार को स्थिति सामान्य है और सुरक्षा बल को तैनात किया गया है। जब उनसे जिले में इंटरनेट सेवाएं बंद किए जाने को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया। इसके अलावा इंदौर की चौइथराम मंडी क्षेत्र में भी किसान विरोध प्रदर्शन के लिए जमा हुए। वहीं प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनजर भारी पुलिस बल की तैनाती की है। राज्य के अन्य हिस्सों से भी किसानों ने अपनी हड़ताल जारी रखने का ऐलान किया है।