तेलंगाना के रहने वाले 26 वर्षीय मुबीन अहमद के पिता ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मदद की गुहार लगायी है। मुबीन अहमद को अमेरिका में रविवार (चार जून) को अज्ञात हमलावर ने गोली मार दी जिसके बाद से उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। समाचार एजेंसी एएनआई से मुबीन के पिता मुजीब अहमद ने कहा, “कैलिफोर्निया के जिस अस्पताल में वो भर्ती है वहां से हमें एक पत्र आया है। स्थानीय प्रशासन इलाज में मदद कर रहा है लेकिन उसकी देखरेख के लिए कोई भी आदमी नहीं है। मैं विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से वीज़ा दिलवाने का अनुरोध करता हूं ताकि हम उसकी देखभाल करने जा सकें।”
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने गुरुवार (आठ जून) को ट्वीट करके कहा था कि मुबीन खतरे से बाहर है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार मुबीन की आपातकालीन सर्जरी करनी पड़ी थी। सुषमा ने बताया कि इस मसले पर भारत सरकार कैलिफोर्निया पुलिस से साथ संपर्क में है। तेलंगाना का रहने वाला मुबीन 2015 में परा-स्नातक की पढ़ाई करने अमेरिका गया था। सुषमा स्वराज के अनुसार मुबीन अहमद अमेरिका के एक गैस स्टेशन पर काम कर रहा था तब उस पर हमला हुआ।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार एक बंदूकधारी ने मुबीन से पैसे की मांग की जिससे उनमें बहस हो गई जिसके बाद बंदूकधारी ने उस पर गोली चला दी। मुबीन को कैलिफोर्निया के ईडेन मेडिकल सेंटर में भर्ती कराया गया है। मुबीन के पिता ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा कि उनका बेटा अमेरिका उच्च शिक्षा के लिए गया था। मुबीन के पिता के अनुसार उन्हें घटना के एक दिन बाद पता चला कि उसे गोली मारी गई है। मुबीन की पढ़ाई दो महीने पहले पूरी हो चुकी है और इस दौरान वो पार्ट-टाइम नौकरी कर रहा था।
डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिका के राष्ट्रपति बनने के बाद से अमेरिका में भारतीय मूल के लोगों के संग हिंसा घटनाएं बढ़ी हैं। मई में भारतीय-अमेरिकी डॉक्टर रमेश कुमार अमेरिका के मिशिगन में एक कार में मृत पाए गए थे। 32 साल के रमेश कुमार की गोली मारकर हत्या की गई थी। मार्च माह में तेलंगाना के एयरोनॉटिकल इंजीनियर श्रीनिवास कुचिभोटला (32) की भी हत्या की गई थी। वहीं न्यूजर्सी में एक भारतीय महिला और उसके सात साल के बेटे अपने घर में मृत पाये गये थे। मृत महिला की पहचान एन शशिकला (40) और बेटे की पहचान अनीश साई के रूप में हुई थी। मार्च 2017 में भारतीय मूल के सिख पर भी नकाबपोश बंदूकधारी ने गोली चला दी थी।