लखनऊ. 7 साल की उम्र से श्रीमदभागवत गीता का प्रचार-प्रसार कर रहीं अलीगढ़ निवासी नेहा सारस्वत ने 12वीं बोर्ड एग्जाम में 89 परसेंट मार्क्स हासिल किए हैं। दिनभर प्रोग्राम्स में कभी गीता तो कभी रामायण पाठ वाले बिजी शेड्यूल के बावजूद इन्होंने 12th बोर्ड एग्जाम बेहतरीन मार्क्स के साथ पास किया है।
– कथा वाचक बनने के बारे में नेहा बताती हैं, “मेरा पूरा परिवार कृष्णभक्त रहा है। मेरी बड़ी बहन निधि को 7 साल की उम्र से ही गीता जुबानी याद थी। उसे आम बच्चों की तरह खेलने की जगह कृष्ण भगवान की पूजा-अर्चना करना अच्छा लगता था। 8 साल की उम्र में उसने पहली बार स्टेज पर गीता पाठ किया था। मैं निधि से 3 साल छोटी हूं। दीदी को देखकर मेरा झुकाव भी कृष्ण भक्ति की तरफ होता चला गया। इसे प्रभु कृपा कह सकते हैं कि मैं भी 7 साल की उम्र से गीता पाठ करने लगी थी।”
– “3 साल पहले 2014 में हम दोनों उदयपुर के नारायण सेवा संस्थान से जुड़े। तब से हम ऐसे ही कार्यक्रमों में जाकर गीता-रामायण पाठ कर रहे हैं।”
घर के अंदर नेहा, बाहर निकलते ही ‘देवी’
– नेहा बताती हैं, “मैं पापा-मम्मी, भाई, दीदी और दादाजी के साथ रहती हूं। हम बहनों की लाइफस्टाइल वैसे तो एक-सी रहती है, लेकिन घर के अंदर मुझे सब नेहा ही कहकर बुलाते हैं, लेकिन बाहर निकलते ही लोग हमें ‘देवी’ कहकर संबोधित करते हैं। कई लोग हम दोनों को युगल जोड़ी भी कहते हैं।”
– 17 साल की नेहा अलीगढ़ के चिरंजीलाल गर्ल्स इंटर कॉलेज की स्टूडेंट हैं। यहीं से इन्होंने इंटरमीडिएट का एग्जाम दिया और 89 परसेंट स्कोर किए।
– नेहा बताती हैं, “मैंने बायोलॉजी से 12वीं की है। मेरा अधिकतर समय कथा वाचने में जाता है। दिनभर प्रोग्राम्स होते हैं, जहां हमें गीता पाठ के लिए जाना होता है। जितना समय मिलता है, उसमें मैं और दीदी स्टडीज करते हैं। दीदी अलीगढ़ से ही बीएससी कर रही हैं।”
– इनके पिता विनोद कुमार शर्मा यूपी इर्रिगेशन डिपार्टमेंट में जॉब करते हैं और मां करक्षनी हाउस वाइफ हैं।
भक्ति में लीन रहना चाहती हैं नेहा
– जब नेहा से उनके फ्यूचर प्लान्स के बारे में पूछा गया, तो उनका जवाब था, “मैं श्रीकृष्ण भक्ति करना चाहती हूं, उनकी कथा सबको सुनाना चाहती हूं। इसके सिवा मेरा कोई प्लान नहीं है।”
– क्या वो कभी शादी करेंगी, इस पर उन्होंने हंसते हुए कहा, “इस बारे में सोचा नहीं। हमने दीक्षा लेकर संन्यास नहीं लिया है, लेकिन पर्सनल लाइफ के लिए फिलहाल कुछ नहीं सोचा। जैसा प्रभु चाहेंगे, वैसा ही होगा।”
एक प्रोग्राम के चार्ज करती हैं 3 लाख रुपए
– देवी नेहा के गीता पाठ का एक प्रोग्राम 7 दिन तक चलता है। इसके लिए उनकी 9 लोगों की टीम जाती है। इस पूरे पाठ के लिए वो 3 लाख रुपए चार्ज करती हैं।