भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के अध्यक्ष अमित शाह ने महात्मा गांधी को ‘चतुर’ बनिया कहकर संबोधित किया। इसपर काफी विवाद हुआ। ऐसे में कुछ पुराने किस्से सामने आए हैं जिसमें महात्मा गांधी खुद को बनिया बताते हैं। पढ़िए –
खबर के मुताबिक, पालनपुर के नवाब तेली मोहम्मद खान ने गांधी से जुड़ा एक किस्सा बताया था। वह महात्मा गांधी के करीबी थी। एक बार गांधी को दिल्ली से पालनपुर जाना था। इस यात्रा में नवाब अमीरगढ़ में गांधी से मिले और पालनपुर तक उनके साथ गए। खबर के मुताबिक, नवाब गांधी की पसंद-नापसंद को जानते थे और उनके लिए बकरी का दूध और फल लेकर गए। सोमवार के दिन दोनों साथ थे। उस दिन गांधी ने मौन व्रत रखा हुआ था। इसपर नवाब ने गांधी से बात करने के लिए स्लेट पर तीन सवाल लिखकर उनके सामने रख दिए। जिसका जवाब गांधी को लिखकर ही देना था। नवाब के तीन सवाल ये थे –
1.आपकी सेहत कैसी है ?
2.आप साबरमती में कबतक रहेंगे?
3.बाजार में बच्चों के खेलने वाले नोटों पर आपकी तस्वीर आ चुकी है। आपकी फोटो असली नोटों पर कबतक आएगी ?
इसपर गांधी ने पहले सवाल का जवाब देते हुए लिखा कि उन लोगों की सेहत पूछी जानी चाहिए जो उनके साथ ट्रेन में आए। दूसरे सवाल के जवाब में गांधी ने लिखा कि जबतक ब्रिटिश रहेंगे तबतक वह साबरमती में रहेंगे। तीसरे सवाल को गांधी ने मिटा दिया था। इसपर जब नवाब ने जवाब देने का आग्रह डाला तो गांधी ने लिखा –
‘तुमने मुझे दो चीजें दी फल और दूध तो फिर तुम मुझसे तीन सवाल के जवाब देने को कैसे कह सकते हो ? मैं बनिया हूं और तुम मुझे इतनी आसानी से मूर्ख नहीं बना सकते।’
इसके अलावा ‘सत्य के प्रयोग’ के 12वें अध्याय में गांधी ने खुद को बनिया बताया था। उसमें गांधी ने लिखा, ‘मेरी जाति के लोग मेरे विदेश जाने से थोड़ा घबराए हुए थे। अबतक कोई मोध बनिया इंग्लैंड नहीं गया।।’
इसके अलावा 55वें अध्याय में गांधी लिखते हैं कि, ‘इसलिए मैंने अपनी पत्नी और बच्चों के कपड़ों को निर्धारित किया। मैं यह कैसे पसंद कर सकता हूं कि उनको काठियावाड़ बनिया के रूप में जाना जाए।’