राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में अजीब सा मामला सामने आया है। यहां अशोक विहार में रहने वाले शैलेंद्र सिंह को पेट दर्द की शिकायत के बाद राम मनोहर लोहिया हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। जहां मरीज का इलाज कर रहे डॉक्टर तब हैरान रह गए जब उसके पेट से मेटल प्लेट, ब्लेड, सुई और ट्यूबलाइट के टुकड़े निकले। इलाज के दौरान मरीज शैलेंद्र सिंह ने मामले जानकारी देते हुए बताया कि जब वो योगा का अभ्यास करते थे तब उन्होंने इन सब चीजों को खाया था। क्योंकि सिंह का मानना था कि इन्हें खाने से उनका स्वास्थ्य ठीक रहेगा। लेकिन 9 सालों तक ये चीजें उनके पेट में ही रहीं। अंग्रेजी और हिंदी धाराप्रवाह बोलने में माहिर 52 साल के शैलेंद्र मोटर बाइक स्पेयर पार्ट शॉप में काम करते हैं।
वहीं शैलेंद की बहन ने मेल टुडे से कहा, ‘शैलेंद्र शादीशुदा हैं और उनका एक 20 साल का बेटा भी है। लेकिन किसी कारण से परिवार शैलेंद्र के साथ नहीं रहता।’ दूसरी तरफ शैलेंद्र ने बताया कि वो योगा से बहुत प्रभावित थे। उनका मानना था कि अगर आप योगा करते हैं तो आप कुछ भी कर सकते हैं। अपने सपनों को याद करते हुए शैलेंद्र कहते हैं, ‘जब मैं योगा करता था तब मेरा सपना था कि भारतीय सेना में जाऊं। मैं ये बात अच्छे से जानता था कि जिन चीजों को मैंने निगला है वो मुझे नुकसान पहुंचाएंगी। लेकिन मुझे लगा कि इन चीजों को खाने से मुझे कुछ नहीं होगा। हर शख्स का योगा करने का अपना तरीका होता है। मेरा भी था।’
वहीं शैलेंद्र की बहन ऊषा ने बताया, ‘शैलेंद्र बहुत एक्टिव रहते हैं। वो रोज सुबह न्यूजपेपर पढ़ते हैं और योगा का अभ्यास करते हैं। हालांकि हमें इसकी जानकारी नहीं थी कि वो मेटल प्लेट, सुई और ट्यूबलाइट्स खाते थे। अगर हमें उनके भयानक कृत्य के बारे में पता होता हम ऐसा कभी नहीं होने देते। हमें ये सब तब पता चला कुछ महीने पहले पेट दर्द की शिकायत के बाद भाई को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। जिसके बाद पूरी सच्चाई का पता चला।’