जेट एयरवेज के एक पूर्व कर्मचारी ने क्रिकेटर हरभजन सिंह और उनके दोस्तों को मनाहानि का नोटिस भेजा। जिस शख्स ने यह नोटिस भेजा है उसका नाम बर्नड होसलिन है। वह जर्मनी का रहने वाला है। हरभजन सिंह ने उसपर नस्लभेदी टिप्पणी करने का आरोप लगाया था जिसके बाद पांच मई को उसको नौकरी से निकाल दिया गया। अब होसलिन के वकील समित शुक्ला ने सभी आरोपों को गलत बताया है। शुक्ला का कहना है कि जेट एयरवेज ने हरभजन के दवाब में आकर कार्रवाई करते हुए उनके क्लाइंट को नौकरी से निकाल दिया।
क्या था मामला: 26 अप्रैल को हरभजन सिंह अपने दोस्त (पूजा गुजराल और जतिंदर सिंह शाह) के साथ जेट एयरवेज की फ्लाइट से चंडीगढ़ से मुंबई जा रहे थे। उस वक्त हरभजन सिंह ने ट्वीट करके होसलिन पर नस्लभेदी कमेंट करने, एक महिला से मारपीट और दिव्यांग शख्स को गाली देने का आरोप लगाया था। बहुत सारे ट्वीट करके हरभजन सिंह ने लिखा था कि जेट एयरवेज के पायलेट बर्नाड होसलिन ने उनके एक दोस्त को गाली देते हुए कहा कि उन्हें फ्लाइट से उतर जाना चाहिए। विवाद बढ़ने के बाद जेट एयरवेज ने हरभजन से माफी भी मांगी थी। जेट एयरवेज ने उचित कार्रवाई का भरोसा भी दिया था।
इस मामले पर जेट एयरवेज ने कोई भी कमेंट करने से मना कर दिया। होसलिन ने हरभजन के साथ-साथ उनके दोनों साथियों और जेट एयरवेज को भी मानहानि का नोटिस भेजा है। होसलिन के वकील का कहना है कि जेट एयरवेज ने हरभजन सिंह के साथ हुई लड़ाई की वजह से उनके क्लाइंट को नौकरी से निकाल दिया।