भारतीयों का सिंगापुर तथा हांगकांग जैसे वित्तीय केंद्रों की तुलना में स्विस बैंकों में जमा खाते ‘कम’ हैं। कालाधन की समस्या से निपटने के लिये प्रयास तेज किये जाने के बीच स्विट्जरलैंड में निजी बैंकरों के एक समूह ने यह कहा है। ताजा आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार स्विस बैंकों में वर्ष 2015 के अंत में भारतीयों द्वारा जमा राशि घटकर अब तक के न्यूनतम स्तर 1.2 अरब फ्रैंक (करीब 8,392 करोड़ रुपये) पर आ गयी है। हालांकि अन्य वैश्विक केंद्रों के बारे में जमा राशि को लेकर कोई आधिकारिक आंकड़ा नहीं मिला है।
बता दें कि इससे पहले भी 2014 में स्विस बैंकों में जमा भारतीय धन 10 प्रतिशत घटकर 1.8 अरब स्विस फ्रैंक (1.98 अरब डॉलर या 12,615 करोड़ रुपए) रह गया था।उल्लेखनीय है कि स्विट्जरलैंड ने भारत तथा 40 अन्य क्षेत्रों के साथ कर सूचना के स्वत: आदान-प्रदान के लिये पिछले सप्ताह वैश्विक संधि के मसौदे को मंजूरी दे दी। सूचना के स्वत: आदान-प्रदान के लिये मसौदे में आंकड़ों की गोपनीयता बनाये रखने पर जोर दिया गया है लेकिन जिनेवा स्थित एसोसएिशन आफ स्विस प्राइवेट बैंक ने कहा कि उसे भारत को लेकर कोई अलग से चिंता नहीं लगती है क्योंकि कानून का शासन लागू है।
एसोसिएशन के प्रबंधक जान लांगलो ने जिनेवा से पीटीआई भाषा से कहा, ”स्विटजरलैंड में भारतीयों के सिंगापुर या हांगकांग के मुकाबले यहां काफी कम खाते हैं। भारतीयों की जमा प्रवृत्ति के बारे में पूछे जाने पर लांगलो ने कहा कि ऐसी कोई खास प्रवृत्ति नहीं है। उन्होंने कहा,”उनके लिये स्विट्जरलैंड के मुकाबले एशियाई वित्तीय केंद्र में खाता खोलना ज्यादा व्यवहारिक है।”