लखनऊ: अवैध शराब की बिक्री व उसके इस्तेमाल पर नियंत्रण के लिए पुलिस विशेष अभियान चलाएगी। इसके लिए क्षेत्रधिकारियों को नोडल अधिकारी नामित किया गया है और प्रत्येक सप्ताह अभियान की समीक्षा करने की हिदायत दी गयी है। अवैध शराब पर कार्रवाई करने वाले पुलिस कर्मियों को पुरस्कृत करने की घोषणा भी की गयी है।
आजमगढ़ में जहरीली शराब से हुई कई लोगों की मौत के बाद सोमवार को डीजीपी सुलखान सिंह ने अवैध शराब के कारोबार में संलिप्त व्यक्तियों के विरुद्ध कार्यवाही का निर्देश दिया है। क्षेत्रीय उपनिरीक्षक व आरक्षी को अवैध शराब बनाने वालों का चिन्हित करने का जिम्मा व क्षेत्रधिकारियों को नोडल अधिकारी नियुक्त करने का निर्देश दिया है।
अवैध शराब का व्यापार करने वालों पर गैंगस्टर, गुंडा एक्ट, हिस्ट्रीशीट खोलकर कार्रवाई की जाएगी। डीजीपी ने पुलिस अधीक्षकों को निर्देशित किया है कि अवैध शराब बेचने वालों की चल-अचल संपत्ति जब्त की जाय। प्रत्येक माह होने वाली अपराध गोष्ठी में जिला आबकारी अधिकारी को भी बुलाया जाए।
उनसे विस्तार से चर्चा कर अवैध मदिरा के रोकथाम हेतु संयुक्त टीम गठित कर आवश्यक कार्यवाही कराये। अवैध शराब की तस्करी में पकड़े गये वाहनों को सीज करने की कार्यवाही की जाए। संवेदनशील मार्गों पर चलने वाले ढाबों पर अवैध शराब की खरीद-बिक्री रोकने के लिए समय-समय पर चेकिंग करायी जाए। अवैध शराब के कारोबार में लिप्त व्यक्तियों से पुलिसकर्मियों की मिलीभगत पर कठोर कार्यवाही की जाए।