लखनऊ: पूर्ति विभाग और सरोजनी नगर पुलिस की संयुक्त टीम ने तेल माफियाओं के ऐसे गिरोह का भंड़ाफोड़ किया है, जो रोज हजारों लीटर तेल में मिलावट खोरी कर लाखों रुपये का मुनाफा कमा रहे थे। डीजल, पेट्रोल व केरोसिन के टैंकरों से डिपो पर पहुंचने के पहले ही तेल निकाल लिया जाता था।
प्रत्येक तेल टैंकर पर ड्राइवर, तेल माफियाओं से लेकर अन्य संबंधित लोगों का शेयर निर्धारित था। तेल माफिया गिरोह के 12 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि छह लोग भाग निकले। सभी छह फरार आरोपी वांटेड घोषित किए गए हैं। एसएसपी दीपक कुमार ने बताया कि आरोपितों के खिलाफ आइपीसी की संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ है।
टैंकर की चाभी सिर्फ इंडियन ऑयल कंपनी व डिपो के अधिकारियों के पास होती है। जबकि तेल माफियाओं के कब्जे से तेल टैंकर की 12 चाबियां भी बरामद हुईं हैं। इसमें कुछ लोगों की मिलीभगत भी सामने आ रही है, जल्द ही उन्हें भी बेनकाब किया जाएगा।
इस धंधे में अभी कई और तेल माफियाओं के चेहरे से पर्दा उठेगा। छापेमारी में तेल के दर्जनों अवैध अड्डों से 900 लीटर डीजल, 70 लीटर केरोसिन, 40 खाली कंटेनर, 71, 370 रुपये व सात मोबाइल फोन बरामद हुए हैं।