नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष अमित शाह मंगलवार को केरल के कन्नूर पहुंचे. यहां एक कार्यक्रम के दौरान शाह ने राज्य की सीपीएम सरकार और मुख्यमंत्री पिनयारी विजयन पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि जब से केरल में कम्युनिस्ट सरकार सत्ता में आई है तब से राज्य में राजनीतिक अहिंसा का दौर शुरू हो गया है. उन्होंने कहा, ‘जब-जब केरल में कम्युनिस्ट गठबंधन की सरकार आती है, तब-तब यहां भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं पर हमले होते हैं.’ राज्य में भाजपा और आरएसएस के 120 से ज्यादा कार्यकर्ताओं की हत्या हो चुकी है औऱ इसके लिए सीधे तौर पर विजयन सरकार जिम्मेदार है.
शाह ने कहा, ‘त्रिपुरा और पश्चिम बंगाल की स्थिति देखिए. यहां वामपंथियों का राज है. शांतिप्रिय केरल अब हिंसक हो गया है.’ शाह राज्य में अगले चुनाव में जीत को लेकर प्रतिबद्ध दिखे. उन्होंने कहा कि वे जितनी हिंसा फैलाएंगे, राज्य में उतना ही कमल खिलेगा. कार्यकर्ताओं की शहादत बेकार नहीं जाएगी और पार्टी इस लड़ाई को जीतकर दिखाएगी.
मानवाधिकार कार्यकर्ताओं पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा, ‘ मानवाधिकार कार्यकर्ताओं से से कहना चाहता हूं कि वे सिलेक्टिव न हों और केरल में हिंसा पर भी आवाज बुलंद करें.’ उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि मानवाधिकार कार्यकर्ता केरल की हिंसा के खिलाफ आवाज क्यों नहीं उठाते हैं? उन्होंने कहा, ‘हिंसा का कोई रंग नहीं होता, मानवाधिकार कार्यकर्ता इसमें भेद न करें.’
अमित शाह ने केरल में सीपीएम की ‘हिंसा’ के खिलाफ बुधवार से सभी राज्यों की राजधानियों में ‘पदयात्रा’ करने की घोषणा की. उन्होंने बताया कि केरल के कार्यकर्ता जब यात्रा लेकर निकलेंगे तो कोई न कोई केंद्रीय मंत्री या केंद्रीय नेता इस शहीद मार्च में शामिल होंगे. दिल्ली में भी 16 अक्टूबर तक बीजेपी के कार्यकर्ता सीपीएम के कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करेंगे.