दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद कश्मीर के अलगाववादी नेता शब्बीर शाह ने जेल अधिकारियों से विशेष भोजन दिए जाने की मांग की है। शाह ने तर्क दिया है कि उसकी मेडिकल कंडीशन सालों से ऐसी रही है कि उसे विशेष भोजन की जरूरत पड़ती है। उसे कम से कम नमक-चीनी वाला फैट-फ्री खाना चाहिए।
शाह का मनी लॉन्ड्रिंग के एक दशक पुराने मामले में ट्रायल चल रहा है। प्रर्वतन निदेशालय को शाह पर टेरर फंडिंग का शक है और उसपर जांच जारी है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 2005 के एक मामले में धन शोधन के आरोप में 25 जुलाई को शब्बीर शाह को गिरफ्तार किया था। मामला 2005 के हवाला कांड से संबद्ध है, जिसमें दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा ने हवाला दलाल मोहम्मद असलम वानी को गिरफ्तार किया था। कथित तौर पर वानी ने स्वीकार कर लिया है कि उसने 2.25 करोड़ रुपये की हवाला के जरिए आई राशि शब्बीर शाह को सौंपी थी। ईडी ने इसके बाद दोनों के खिलाफ धन शोध रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत आपराधिक मामला दर्ज किया।
ईडी ने अपने आरोप-पत्र में कहा था, ”शाह ने स्वीकारा है कि वह कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान स्थित वैश्विक आतंकवादी हाफिज सईद से फोन पर बात करता रहा है।” ईडी ने कहा, “हाल में उसने हाफिज सईद से जनवरी 2017 में बात की थी।” आरोप-पत्र में यह भी कहा गया है कि कश्मीरी नागरिक मोहम्मद शफी शायार भी पाकिस्तान जाने से पहले उनके आंदोलन का हिस्सा था। आरोप-पत्र में कहा गया है, ”शाह फोन के जरिए शायार के संपर्क में था। काल डिटेल रिपोर्ट सीडीआर के विश्लेषण से पाया गया है कि शायार द्वारा उसके पाकिस्तानी नंबर से शब्बीर शाह के मोबाइल पर 22 जनवरी, 2017 से 26 जुलाई, 2017 तक किए गए 20 काल प्राप्त हुए हैं।”
शाह ने इस साल अगस्त में दाखिल की गई अपनी याचिका में आरोप लगाया था कि उनके साथ ‘अमानवीय व्यवहार किया गया। ईडी उन्हें जान से मारने की धमकी देती है। वो मुझसे जबरन सफेद कागज पर साइन करवाना चाहते हैं।’