लखनऊ: यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव सैफई में अपने स्कूल में 51 फीट ऊंची और 60 टन वजनी भगवान कृष्ण की मूर्ति लगवा रहे हैं। 6 करोड़ 32 लाख में यह मूर्ति लगभग बनकर तैयार हो चुकी है। दावा है कि यह देश में कृष्ण की सबसे बड़ी मूर्ति होगी। गुपचुप तरीके से इसे पिछले 6 महीने से बनाया जा रहा है।
रथ पाणी मुद्रा में होगी मूर्ति
– इस मूर्ति में भगवान कृष्ण की ‘रथ-पाणी’ मुद्रा को दिखाया गया है। जिसमें भीष्म पितामाह पर क्रोधित होकर कृष्ण शस्त्र न उठाने की अपनी प्रतिज्ञा भी तोड़ देते हैं। मूर्ति के आसपास के कुरुक्षेत्र का रूप दिया जाएगा।
7 टन का होगा चक्र
– मूर्ति को बनाने में 35 टन तांबा और 25 टन स्टील का स्टील का इस्तेमाल किया गया है। इसके लिए स्टील जापान से मंगवाया गया।
– कृष्ण के हाथ में जो चक्र है, उसका वजन करीब 7 टन का है। इस मूर्ति को पूरी तरह से ढंककर रखा गया है, क्योंकि इसका प्लेटफार्म तैयार होने में अभी चार महीने लगेंगे।
– इंजीनियर्स का कहना है कि मूर्ति की स्थापना 15 जनवरी को हो जाएगी, लेकिन इसका इनॉगरेशन स्कूल खुलने के बाद ही किया जाएगा।
US के आर्टिस्ट ने बनाई मूर्ति
– मूर्ति को बनाने के लिए अमेरिका से आर्टिस्ट को बुलाया गया है, जिसमें प्राची प्रताप, प्रशांत प्रताप और एडवर्ट ब्रथेट शामिल हैं।
– इन्हीं तीनों मूर्तिकारों ने जनेश्वर मिश्र पार्क में मौजूद जनेश्वर की मूर्ति को बनाया था। 2012 से ये सभी समाजवादी पार्टी से जुड़े हुए हैं।
कलर करने के लिए दुबई से आएंगे मो. हसीब
– भगवान कृष्ण की मूर्ति का स्ट्रक्चर जिस फ्रेम से बनाया गया, उसे नोएडा के सूरजपुर के जाने-माने बिल्डर इमामुद्दीन और रियाज ने वेल्ड किया है।
– मूर्ति पर कलर करने के लिए दुबई से मो. हसीब को बुलाया गया है। इस पर जहाजों पर किया जाने वाला पेंट किया जाएगा। यह पेंट मौसम-पानी से डल नहीं पड़ता है। चमक बरकरार रहती है।
– हसीब ने जाने-माने बिजनेस शिप्स पेंट किए हैं, इसमें सउदी अरब का ब्लू शिप ‘कार्गो‘ भी शामिल है।