फैक्ट्रियों में दुर्घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। ताजा मामला बिहार के गोपालगंज जिले का है। एक चीनी मिल में बॉयलर फटने से चार मजदूरों की मौत हो गई है। कई अन्य के घायल होने की बात कही जा रही है, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है। वहीं, पुलिस ने मिल मालिक को गिरफ्तार कर लिया है। एक नवंबर को रायबरेली स्थित एनटीपीसी के प्लांट में बॉयलर फटने से हुए हादसे में 46 लोगाेें की मौत हो गई थी।
रिपार्ट के मुताबिक, गोपालगंज जिले के सासा मूसा स्थित चीनी में बुधवार रात में बॉयलर फटा था। इसके फटने की वजहों का पता नहीं चल सका है। फिलहाल हादसे की छानबीन की जा रही है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घटना पर दुख जताते हुए हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों के लिए चार-चार लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया है। शुरुआत में इस हादसे में तीन लोगों के मारे जाने की बात सामने आई थी जो बढ़कर चार तक पहुंच गई है। घायलों में कई लोग गंभीर रूप से झुलस गए हैं।
बॉयलर फटने का यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले उत्तर प्रदेश के ऊंचाहार स्थित एनटीपीसी के प्लांट में बॉयलर फटने की घटना सामने आई थी। इस हादसे में 46 लोगों की मौत हो गई थी। यह दुर्घटना भारत के बड़े औद्योगिक हादसों में एक है। जांच में सुरक्षा मानकों को ताक पर रखने की बात सामने आई थी। साथ ही मजदूरों को औपचारिक प्रशिक्षण न देने का मामला भी प्रकाश में आया था। पांच नवंबर को हिसार (हरियाणा) में एक ऑयल टैंक में आग लगने की घटना सामने आई थी। इसमें 15 मजदूर घायल हो गए थे। बाद में पुलिस ने बताया था कि एक बॉयलर के लीक होने से आग लगी थी। ताबड़तोड़ हादसों के बावजूद सुरक्षा मानकों का पालन सहीं तरीके से नहीं किया जा रहा है।