शताब्दी एक्सप्रेस में बिना टिकट यात्रा करते समय यूपी के मथुरा में गिरफ्तार कश्मीरी युवक बिलाल अहमद वानी ने चौंकाने वाले दावे कर पुलिस के होश उड़ा दिए । मथुरा जीआरपी इंस्पेक्टर को ट्रेन में बिना टिकट एक संदिग्ध युवक के यात्रा करने की सूचना मिली थी, जिस पर पुलिस उसे ट्रेन से उतारकर थाने ले गई। पूछताछ के दौरान उसने खुद को कश्मीर का रहने वाला और नाम बिलाल अहमद वानी बताया था। उसके दावे सुनकर पुलिस के होश उड़ गए थे। उसने बताया कि वह उन तीन आतंकियों में शामिल है, जो जामा मस्जिद एरिया के होटल में ठहरकर अक्षरधाम मंदिर पर हमले की बड़ी योजना बना रहे हैं। वो भी 26 जनवरी के मौके पर। खबर लगते ही यूपी एटीएस की टीम भी मथुरा पहुंची और पड़ताल शुरू कर दी। पता चला कि कश्मीरी युवक ने डेढ़ लाख की धोखाधड़ी करने वाले दो लोगों को सबक सिखाने के लिए यह कहानी गढ़ी।
पूछताछ के दौरान शुरुआत में कश्मीरी युवक बिलाल ने कहा था- ”वह पुलगाम निवासी अपने दो साथियों मोहम्मद अशरफ मीर और मुदस्सिर अहमद के साथ स्पाइसजेट फ्लाइट से दिल्ली पहुंचा और दिल्ली के जामा मस्जिद के पास स्थित होटल अल रशीद के रूप नंबर 201 में रुका। तीनों अक्षरधाम मंदिर पर हमले के प्लान पर काम कर रहे थे। प्लान फाइनल स्टेज में पहुंच चुका था। पूछताछ के दौरान बिलाल ने यह भी कहा था कि ‘टाइगर जिंदा है’ फिल्म देखने के बाद कैटरीना से मिलने का उसका सपना था। मंदिर पर हमले के बाद वह कैटरीना से मिलना चाहता था।
बाद मे जब पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो वह बयान से पलट गया। बिलाल ने बाद में कहा कि धन दोगुना करने के नाम पर दो युवकों ने उससे ठगी की। एटीएस ने स्पेशल सेल के जरिए संबंधित होटल में दर्ज एंट्री की पड़ताल शुरू की। बिलाल के पास से बरामद आईडी की जांच करवाई गई, तो सभी सही पाए गए। पता चला कि बिलाल के परिवार का अनन्तनाग में न्यू साहिल ट्रेडर्स नाम से मेडिकल स्टोर की दुकान है। कोई आतंकी कनेक्शन नहीं निकला। उधर एटीएस ने जम्मू-कश्मीर पुलिस से संपर्क किया तो पता चला कि बिलाल के साथ ठगी के आरोपी मुदस्सिर और अशरफ नकली मुद्रा का कारोबार के साथ ठगी के काम में लिप्त हैं।