भारतीय टीम के हरफनमौला खिलाड़ी युवराज सिंह पिछले कुछ समय से टीम में जगह बनाने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं। ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे टीम में युवराज सिंह को जगह दी जा सकती है। युवराज सिंह ने इस बार यो-यो टेस्ट भी अच्छे तरीके से पास कर लिया था। लेकिन टीम मैनेजमेंट ने उन्हें एक बार फिर अनदेखा किया और युवाओं पर भरोसा जताया। युवराज सिंह ने आखिरी बार वेस्टइंडीज दौरे पर खेली गई वनडे सीरीज में भारतीय टीम की तरफ से खेला था। युवराज के लिए टीम में वापसी नहीं होने के पीछे उनके फॉर्म को खराब बताया जा रहा था। युवराज सिंह की बल्लेबाजी को लेकर पिछले कुछ समय से क्रिकेट के पूर्व दिग्गजों ने कई तरह के सवाल खड़े कर दिए थे। हालांकि, युवराज ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में अच्छी पारी खेलकर अपनी फॉर्म लौटने के संकेत दिए हैं।
पंजाब के लिए खेलते हुए युवराज सिंह ने महज 40 गेंदों मे अर्धशतक जड़कर यह साबित कर दिया कि वह खेलने के लिए पूरी तरह से फिट हैं। इस पारी में उन्होंने 4 चौकों के साथ एक छक्का भी लगाया। ये बात अलग है कि यह युवराज सिंह के टी-20 करियर का सबसे धीमा अर्धशतक है। युवराज के फैंस उनकी इस पारी से काफी खुश हैं। युवराज की इस आतिशी पारी की वजह से पंजाब की टीम दिल्ली के सामने 170 रन बनाने में कामयाब रही। दिल्ली की तरफ से अब गौतम गंभीर और पूर्व कप्तान ऋषभ पंत पर बड़ी जिम्मेदारी होगी।
युवराज सिंह और सुरेश रैना को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टीम में जगह नहीं देने पर फैंस ने सिलेक्टर्स की जमकर आलोचना की थी। जिसके बाद सिलेक्टर्स का कहना था कि युवी काफी दिनों से क्रिकेट से दूर हैं और रैना का फॉर्म इस समय उनका साथ नहीं दे रहा है। उन्होंने कहा कि दोनों ही खिलाड़ी भारत के लिए काफी अहम हैं और उन्हें भविष्य में मौका दिया जा सकता है।