रोजगार की तलाश में विदेश जाने वाले भारतीयों को नारंगी पासपोर्ट दिए जाने के फैसले पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने नाराजगी जताई है. राहुल गांधी ने कहा कि पासपोर्ट का रंग बदला जाना बीजेपी की मानसिकता को दर्शाता है. उन्होंने रविवार को कहा कि केंद्र सरकार रोजगार की तलाश में विदेश जाने वाले लोगों के साथ भेदभाव कर रही है, जिसे कांग्रेस कतई बर्दास्त नहीं करेगी.
‘कामगारों से भेदभाव बर्दाश्त नहीं करेगी कांग्रेस’
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि बीजेपी कामगारों के साथ भेदभाव बरत रही है. इस कदम से बीजेपी की सोच जाहिर होती है. राहुल गांधी का यह बयान भारतीय विदेश मंत्रालय के उस फैसले के सिलसिले में आया है, जिसमें कहा गया है कि जो लोग स्कूल शिक्षा पूरा किए बिना भारत से बाहर रोजगार की तलाश में जाना चाहते हैं उनके पासपोर्ट का रंग नारंगी होगा. फिलहाल नीले रंग का पासपोर्ट जारी किया जाता है.
मौजूदा वक्त में सरकारी अधिकारियों के पासपोर्ट का रंग सफेद, राजनयिकों का लाल और अन्य सभी के पासपोर्ट का रंग नीला होता है.
खाली रहेगा पासपोर्ट का आखिरी पन्ना
विदेश मंत्रालय ने फैसला लिया है कि अब जो कोई भी बिना स्कूल की पढ़ाई किए बिना रोजगार के लिए विदेश जाएंगे उनके पासपोर्ट का आखिरी पेज खाली होगा. फिलहाल भारत सरकार की ओर से जारी किए जाने वाले पासपोर्ट के आखिरी पन्ने पर पिता या कानूनी अभिभावक, माता, पति या पत्नी और पते की जानकारी होती है। नए पासपोर्ट में आखिरी पन्ना खाली रहेगा। हालांकि ये जानकारी विदेश मंत्रालय के पास मौजूद होगी.
विदेश मंत्रालय ने ये भी कहा है कि पहले से जिन लोगों के पासपोर्ट जारी हैं उन्हें बदलवाने की जरूरत नहीं हैं, वे मान्य होंगे.
पासपोर्ट नहीं होगा एड्रेस प्रूफ
पासपोर्ट को अब स्थाई पता के रूप में प्रयोग नहीं किया जा सकेगा. विदेश मंत्रालय ने यात्रा दस्तोवज के आखिरी पन्ने पर पासपोर्ट धारक का पता प्रकाशित नहीं करने का फैसला किया है. पासपोर्ट के आखिरी पन्ने पर पिता का या कानूनी अभिभावकों के नाम, धारक की मां, पत्नी के नाम और उनका पता अंकित होता है.
तीन सदस्यीय एक समिति की सिफारिशें मंजूर कर ली गईं और फैसला किया गया कि पासपोर्ट और पासपोर्ट अधिनियम, 1967 और पासपोर्ट नियम, 1980 के तहत जारी किए गए दूसरे यात्रा दस्तावेजों का आखिरी पन्ना ‘अब से प्रकाशित नहीं किया जाएगा.’ समिति के सदस्यों में विदेश मंत्रालय और महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के अधिकारी शामिल थे.
बयान के अनुसार समिति ने पासपोर्ट आवेदनों से संबंधित विभिन्न मुद्दों की समीक्षा की. इनमें इस बात की समीक्षा शामिल थी कि क्या मां/बच्चे ने इस बात पर जोर दिया है कि पासपोर्ट में पिता के नाम का उल्लेख न हो. साथ ही इसमें एकल अभिभावक के बच्चे और गोद लिए गए बच्चे से जुड़े मुद्दे भी शामिल थे. नासिक स्थित भारतीय सुरक्षा प्रेस (आईएसपी) नई पासपोर्ट पुस्तिकाएं तैयार करेगा और जब तक नए दस्तावेज तैयार नहीं हो जाएं, पासपोर्ट के अंतिम पन्ने पर पता प्रकाशित होता रहेगा. मौजूदा पासपोर्ट की मियाद पासपोर्ट पुस्तिका पर अंकित तिथि तक बनी रहेगी.