लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का सोशल मीडिया पर दायर बेहद वृहद होता जा रहा है। विभिन्न मंचों से अपने सियासी विरोधियों पर हमलावर रहने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोशल मीडिया पर एक नए रूप में अवतरित हुए हैं।
सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में योगी आदित्यनाथ को ऐसे शेर के रूप में दिखाया गया है जो जुल्म के खिलाफ और इंसाफ के लिए धरती फाड़ कर अवतरित हुआ है। ऐसा व्यक्ति जो हर जरूरतमंद की मदद के लिए तैयार रहता है और स्वार्थी लोगों से नफरत करता है। एक्शन और डायलॉग से भरपूर इस वीडियो में उन्हें उत्तर प्रदेश के नए नायक के तौर पर प्रोजेक्ट किया गया है जो सिस्टम को बदलने के लिए राजनीति में आए है।
वीडियो की शुरुआत योगी की किशोरावस्था की तस्वीर से होती है। इसमें उनको गोरखनाथ मंदिर में दीक्षित होते हुए दिखाया गया है। आगे के संवाद में उनमें और सपा के एक कद्दावर अल्पसंख्यक नेता के बीच की तल्खी दिखती है। इसमें सपा नेता मुगलों की तुलना मे ङ्क्षहदुओं के इतिहास को लेकर तंज कसते हैं तो योगी उनको यह कहकर करारा जवाब देते हैं कि इतिहास खुद को दोहराता है। वहीं पिछले साल सपा अध्यक्ष से तनातनी और रस्साकशी को लेकर चर्चा में रहे सपा के एक वरिष्ठ नेता को तल्ख लहजे में मां समान पार्टी के लिए निष्ठावान बनने की नसीहत देते हुए भी उन्हें दर्शाया गया है।
अपराधियों के प्रति सरकार के सख्त रुख का संदेश देने के लिए योगी को हाल ही में सुर्खियों में रहे पूर्वांचल के एक बाहुबली विधायक को चेतावनी देते दिखाया गया है, यह कहते हुए कि अब तो यहां रहना मुश्किल हो गया है। यहां से भागना ही मुनासिब होगा। यह भी दिखाया गया है कि योगी के खौफ से अधिकारी किस तरह डरते हैं। वीडियो में योगी सरकार के मंत्रियों को जनता के बीच जाकर काम करने की नसीहत देते दिख रहे हैं।
मंत्रियों को वह सख्त लहजे में संदेश देते हैं कि ‘जाओ अपने-अपने क्षेत्र में काम करो, हर घर तक जाओ, जनता को कोई समस्या होगी तो तुम्हारी समस्या बढ़ जाएगी।’
मालूम हो कि इसके पहले बहुचर्चित फिल्म सिंघम की तर्ज पर उनका एक और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है। योगी पर केंद्रित ताजा वीडियो से सोशल मीडिया पर प्रचार वार छिडऩे की संभावना है। उन्हें जवाब देने के लिए विरोधी भी सोशल मीडिया का सहारा ले सकते हैं।