बक्सर में समीक्षा यात्रा के दौरान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के काफिले पर 12 जनवरी को नंदर गांव के लोगों ने जमकर पत्थरबाजी की थी। गांववालों के गुस्से का शिकार वहां मौजूद कई पुलिसवाले भी हुए। सीएम का काफिला गांव से निकालने के बाद पुलिस ने भीड़ पर काबू पाने के लिए बहुत गुस्सा निकाला। इस घटना का एक वीडियो सामने आया है कि कैसे पुलिसवाले गाड़ियों और उनपर पत्थर फेंक रहे लोगों पर गुस्सा निकाल रहे हैं। इस वीडियो में आप देख सकते हैं कि सीएम नीतीश कुमार के काफिले की एक के बाद एक गाड़ियां पत्थरबाजी करती गुस्साई भीड़े के बीच से तेजी से निकल रही हैं।
काफिले के निकल जाने के बाद भी लोग पत्थर फेंक रहे हैं, जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल भी हुए हैं। नीतीश कुमार के चले जाने के बाद भी जब भीड़ का गुस्सा शांत नहीं हुआ तो पुलिसवालों को गुस्सा आ गया और वो लोगों को पीटने के लिए अपने डंडा लेकर दौड़ पड़े। पुलिसवालों को गुस्से में देखकर कई लोग अपने घरों में घुस गए। गांववालों की हरकत से पुलिस इतना गुस्से में थी कि एक पुलिसकर्मी एक घर के दरवाजे को बाहर से जोर-जोर से पीटने लगा। यह घर पत्थरबाजी कर रहे एक ग्रामीण का था। इतनी ही देर में दूसरा पुलिसकर्मी आया और उसने पत्थर उठाकर ग्रामीण के दरवाजा पर मारना शुरु कर दिया। वहीं दूसरी तरफ भीड़ में से पुलिस के हत्थे जो चढ़ा उसकी पुलिस ने डंडों से पिटाई कर डाली।
गौरतलब है कि समीक्षा यात्रा के दौरान कुछ दलित चाहते थे कि मुख्यमंत्री उनके साथ उनके गांव चले ताकि वहां की स्थिति और विकास को देख सकें। इस मामले को लेकर वहां विवाद खड़ा हो गया, जिसके बाद लोगों ने सीएम के काफिल पर हमला कर दिया। सुरक्षाकर्मियों ने किसी तरह सीएम के काफिले को तो वहां से सुरक्षित बाहर निकाल दिया था लेकिन इस हमले में कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। वहीं इस मामले को गंभीरता से लेते हुए हमले की जांच शुरु कर दी गई है। सीएम के काफिले पर हुए इस हमले की जांच पटना क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक नैयर हसनैन खां और आयुक्त आनंद किशोर को सौंपी गई है।