इस महीने दर्शकों को बड़े पर्दे पर अंडरवर्ल्ड के डॉन अरुण गवली और दाऊद इब्राहिम की बहन हसीना पार्कर की बायोपिक देखने को मिलेगी। आशिम अहलूवालिया के निर्देशन में बनी डैडी में जहां अर्जुन रामपाल ने गवली का किरदार निभाया है। वहीं अपूर्व लखिया की फिल्म हसीना में श्रद्धा पार्कर के रोल में हैं। फिल्म का नाम दाऊद की बहन पर ही रखा गया है। लेकिन इससे पहले की फिल्म रिलीज हो क्या आपको पता है कि गवली और पार्कर के बीच क्या रिश्ता है? नहीं पता तो कोई बात नहीं हम आपको बता देते हैं। दरअसल यह बात 1980 के दशक की है। उस समय अरुण गलवी को दाउद इब्राहिम के स्मग्लिंग किए हुए इलेक्ट्रॉनिक सामान की सुरक्षा करने की जिम्मेदारी दी गई थी।
हालांकि दाऊद और अरुण के मेंटर रमा नाइक जमीन के टुकड़े को लेकर हुए विवाद के बाद बाहर हो गए। जिसके बाद उसी साल दाऊद ने रमा को मरवा दिया और फिर गवली ने डी कंपनी के खिलाफ युद्ध छेड़ दिया। इस गैंगवार में दाऊद ने अरुण के भाई बप्पा को मरवा दिया था। फिर गवली ने भी बदला लेने के लिए साल 1991 में डॉन के साले इस्माइल पार्कर को शूटरों से मरवा दिया। इस्माइल हसीना पार्कर के पति थे। अपने पति की मौत के बाद हसीना अंडरवर्ल्ड की क्वीन बनी। वो नागपाडा के गोर्डन हॉल अपार्टमेंट में शिफ्ट हो गई। यहीं जगह उसके अपराधों का हेडक्वार्टर थी। जल्द ही हसीना ने अपने भाई दाऊद के मुंबई के बिजनेस को अपने कब्जे में ले लिया और नागपाडा की गॉडमदर बन गई।
अरुण गवली पर बनी डैडी जहां 8 सितंबर को रिलीज हो रही हैं। वहीं हसीना 22 सितंबर को सिनेमाघरों में आएगी। अर्जुन रामपाल की बात करें तो उनका कहना है कि बायोपिक्स से मेरा मन भर गया है। अर्जुन ने यह भी बताया कि वह आखिर क्यों इन बायोपिक फिल्मों में काम नहीं करना चाहते हैं। रामपाल ने कहा- यह फिल्में आपका बहुत सा वक्त ले लेती हैं और ईमानदारी से कहूं तो अब से कुछ सालों तक मैं बायोपिक फिल्में करना ही नहीं चाहता हूं। हां हो सकता है कि कुछ सालों बाद मैं इस तरह की कोई फिल्म कर लूं यदि मैं किसी शख्स की कहानी से खुद को बहुत ज्यादा जुड़ा हुआ महसूस करता हूं।