मीरा राजपूत ने कुछ समय पहले ‘महिला दिवस’ के मौके पर एक कार्यक्रम में कहा था, ‘मुझे घर में रहना पसंद है। मुझे अपने बच्चे के साथ होना पसंद है। मैं काम के लिए अपने बच्चे के बिना एक घंटा नहीं बिता सकती। मैं उसके साथ ऐसा क्यों करूं? वह पप्पी नहीं है। मैं मां की तरह उसके साथ रहना चाहती हूं।’
उनके इस बयान ने उन्हे मुसीबत में डाल दिया है। सोशल मीडिया पर उनके इस बयान की काफी आलोचना हुई। हाल ही में ‘बॉम्बे टाइम्स’ को दिए इंटरव्यू में मीरा ने इस मामले पर अपनी सफाई पेश की है। मीरा ने कहा है कि, ‘ये मेरे अपने विचार हैं। हो सकता है कि कुछ लोग इससे सहमत न हों, लेकिन मेरा मकसद किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था।’
उन्होने ये भी कहा कि फेमिनिज्म का मतलब सिर्फ पैसे को लेकर आत्मनिर्भर होना नहीं होता बल्कि जो महिलाएं घर में रहती हैं और अपने परिवार का ध्यान रखती हैं वो भी इसका हिस्सा हैं।
वहीं इस दौरान उन्होने अपनी मां के बारे में बात करते हुए कहा कि मेरी मां ने अपने करियर और परिवार के प्रति जिम्मेदारियों को बखूबी निभाया है। उन्होनें कभी ये महसूस नहीं होने दिया कि वो हमारे साथ नहीं हैं।
मीरा राजपूत ने उस इवेंट में ये भी खुलासा किया था कि उन्हें बॉडी शेमिंग का शिकार होना पड़ा था। लेकिन इसको उन्होंने अपने ऊपर हावी नहीं होने दिया। मीरा ने कहा कि उन्हें हाउसवाइफ बने रहना ही पसंद है और यह प्रोफेशन उन्होंने खुद चुना है। इस बात पर उन्हें गर्व है कि वो एक हाउसवाइफ हैं। उन्होंने बच्चों को छोड़कर अपने करियर के लिए आगे बढ़ने वाली महिलाओं को बेहतर नहीं बताया था।