बॉलीवुड के मशहूर सिनेमैटोग्राफर मदन सिन्हा ने निर्देशक बनने के फैसला किया तो अपनी पहली फिल्म ‘इम्तिहान’ (1974) में उन्होंने लीड रोल के लिए विनोद खन्ना और तनुजा को लिया। इसमें स्कूल के सींस की जरूरत थी, इसलिए विनोद ने देवलाली (महाराष्ट्र) के उसी बर्न्स स्कूल में शूटिंग की व्यवस्था करवा दी, जहां वे खुद पढ़ाई कर चुके थे। वहां जब शूटिंग हो रही थी, तब शूटिंग देखने के लिए छात्रों समेत अन्य लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई। बेशक, सब कुछ ठीक चल रहा था… इसी बीच तनुजा का शॉट खत्म हुआ और वे दूसरे शॉट की खातिर बगल के कमरे में कपड़े चेंज करने जा रही थीं कि एक अति-उत्साही दीवाने ने उन पर गंदा कमेंट कर दिया। कमेंट विनोद खन्ना ने भी सुन लिया। विनोद खन्ना जड़ दिया फैन को तमाचा…
विनोद की नजर भीड़ में खड़े उस लड़के पर गई तो उन्होंने आव देखा न ताव, भीड़ में ही घुसकर उस लड़के को तमाचा जड़ दिया। यह तमाचा ऐसा करारा था कि लड़के के मुंह से खून बहने लगा। जाहिर है कि विनोद का यह रवैया देखकर भीड़ काफी आक्रोशित हो गई, मगर कैंपस में बवाल की संभावना को देखते हुए वहां मैनेजमेंट के भी लोग आ गए। इस पूरे मामले को समझने के बाद उन्होंने भीड़ को न सिर्फ समझाया, बल्कि लड़के को फटकार भी लगाई- तुम्हें शर्म नहीं आती… मेहमानों से कैसे पेश आया जाता है। खैर, यह मामला जब तक रफा-दफा हुआ तो उस दिन के पैकअप का वक्त भी हो चुका था।